वर्तमान में जीने की डाले आदत, भविष्य कर न करे ¨चता : भारतभूषण

डीएवी डेंटल कॉलेज में आइएमए ¨वग की चेयपर्सन डॉ. निलेश कोहली की ओर इन्हर पीस एंड स्ट्रेस मैनेजमेंट पर सम्मेलन का आयोजन किया गया। मुख्य वक्ता भारतभूषण ने कहा कि वह संगठन से 16 साल की आयु से जुड़े हैं।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 15 Nov 2018 06:44 PM (IST) Updated:Thu, 15 Nov 2018 06:44 PM (IST)
वर्तमान में जीने की डाले आदत, भविष्य कर न करे ¨चता : भारतभूषण
वर्तमान में जीने की डाले आदत, भविष्य कर न करे ¨चता : भारतभूषण

जागरण संवाददाता, यमुनानगर : डीएवी डेंटल कॉलेज में आइएमए ¨वग की चेयपर्सन डॉ. निलेश कोहली की ओर इन्हर पीस एंड स्ट्रेस मैनेजमेंट पर सम्मेलन का आयोजन किया गया। मुख्य वक्ता भारतभूषण ने कहा कि वह संगठन से 16 साल की आयु से जुड़े हैं। समाज की सेवा के लिए सरकार ने 1999 और 2010 में सम्मानित किया गया। उन्होंने बताया कि वर्तमान में जीए और भविष्य की ¨चता नहीं करे। किसी भी हालात को सकारात्मक नजर से देखे। इससे मुश्किलें कम होती है। द्वेष, नफरत से सहनशीलता घटती है। जीने के खुद के अपने मापदंड अपनाओ। आलोचना का त्याग कर सरहाना करे। इससे खुशी का माहौल बनता है। परमात्मा का धन्यवाद करना चाहिए। जीव सुखमय बनाने के लिए सात नियम है। शांति, चरित्र, एकाग्रता, उत्साह, नियंत्रण, आत्मविश्वास और उत्साह। ध्यान, साधना की क्रिया करनी चाहिए। इससे आत्मिक शांति की प्राप्ति होती है। सभी को आपस में मिलकर रहने का संकल्प दिलाया गया।

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