खुद को सीआइएसएफ में बताकर ट्रैक्टर बेचने की डाली पोस्ट, किसान से ठगे 78 हजार 350 रुपये

फेसबुक पर ट्रैक्टर बेचने संबंधी पोस्ट के झांसे में आकर नगली 32 निवासी निसार ने 78 हजार 350 रुपये गंवा दिए। जिसने यह पोस्ट डाली। उसने खुद को सीआइएसएफ में बताया था। ट्रैक्टर को भिजवाने के नाम पर निसार से पैसे लिए गए। बाद में न तो ट्रैक्टर मिला और न ही पैसे वापस हुए।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 04 Aug 2021 08:21 AM (IST) Updated:Wed, 04 Aug 2021 08:21 AM (IST)
खुद को सीआइएसएफ में बताकर ट्रैक्टर बेचने की डाली पोस्ट, किसान से ठगे 78 हजार 350 रुपये
खुद को सीआइएसएफ में बताकर ट्रैक्टर बेचने की डाली पोस्ट, किसान से ठगे 78 हजार 350 रुपये

संवाद सहयोगी, बिलासपुर : फेसबुक पर ट्रैक्टर बेचने संबंधी पोस्ट के झांसे में आकर नगली 32 निवासी निसार ने 78 हजार 350 रुपये गंवा दिए। जिसने यह पोस्ट डाली। उसने खुद को सीआइएसएफ में बताया था। ट्रैक्टर को भिजवाने के नाम पर निसार से पैसे लिए गए। बाद में न तो ट्रैक्टर मिला और न ही पैसे वापस हुए। परेशान होकर पीड़ित ने पुलिस को शिकायत दी। मामले में केस दर्ज किया गया है।

पुलिस को दी शिकायत के मुताबिक, निसार का फेसबुक पर अकाउंट है। नवंबर 2020 में मध्य प्रदेश निवासी अशोक सिंह ने फेसबुक पर ट्रैक्टर बेचने के संबंध में पोस्ट डाली थी। पोस्ट पढ़कर उसने आरोपित अशोक सिंह से फोन पर बात की। अशोक सिंह ने बताया कि वह सीआइएसएफ में तैनात हैं। छह साल से चंडीगढ़ में नौकरी कर रहा है। चंडीगढ़ में ही यह ट्रैक्टर पेड़ पौधों में पानी देने के लिए खरीदा था। इसके लिए उसे सीआइएसएफ की ओर से 25 हजार रुपये महीना मिलता था। यह ट्रैक्टर उसने अपने साले कुरुक्षेत्र निवासी मुकेश के नाम करा रखा है, ताकि उसे नौकरी में परेशानी न हो। अब उसकी बदली मध्य प्रदेश के इंदौर में हो गई है और वह ट्रैक्टर को अपने साथ इंदौर ले आया था। ट्रैक्टर पर हरियाणा का नंबर है। इसलिए इसे बेचना पड़ रहा है। निसार उसकी बातों में आ गया। अशोक कुमार ने उसके वाट्सएप पर ट्रैक्टर की वीडियो व फोटो भेजी। ट्रैक्टर उसे पसंद आ गया और इसका सौदा दो लाख 10 हजार रुपये में तय हो गया। इस दौरान आरोपित ने उससे कहा कि वह ट्रैक्टर की आर्मी ट्रांसपोर्ट से बिल्टी करवा देगा। 24 नवंबर को अशोक ने निसार से कहा कि उसकी आर्मी ट्रांसपोर्ट मैनेजर से बात हो गई है। 8850 रुपये सिक्योरिटी लगेगी। आरोपित ने उसे अकाउंट नंबर और बैंक का आइएफएससी कोड दिया। उसमें पैसा भेज दिया। 25 नवंबर को उसके पास फोन आया और कहा कि वह आर्मी से बोल रहा है। ट्रैक्टर का पार्सल लोड है, जो उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में है। ट्रैक्टर को आगे आने के लिए जीपीएस सुविधा बाधित है। इसको एक्टिवेट कराने के लिए आर्मी बिल्टी अनुसार 24 हजार 500 रुपये उसके अकाउंट में डालने होंगे। इस बारे में आरोपित अशोक से बात की, तो उसने कहा कि वह पैसे भेज दे। यह पैसा उसके ट्रैक्टर के अमाउंट से कट जाएगा। बाद में अदर स्टेट जीएसटी आर्मी बिल्टी अनुसार 45 हजार रुपये और मांगे गए। यह पैसा भी जमा करा दिया। इस तरह से नसार से 78 हजार 350 रुपये ले लिए थे।

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