ओवरलोड पर अंकुश लगाने के लिए मिले पोर्टेबल कांटे हुए नकारा

लोगों के लिए नासूर बन चुके ओवरलोड वाहनों पर शिकंजा कसने के लिए आरटीए कार्यालय में दो पोर्टेबल इलेक्ट्रानिक कांटे दिए गए थे। परंतु यह दोनों कांटे नकारा साबित हुए। इनमें किया गया वजन व धर्मकांटे पर किए गए वजन में कई टन वन का अंतर आता है। इसलिए अब इनसे वजन नहीं किया जा रहा।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 13 Oct 2021 07:20 AM (IST) Updated:Wed, 13 Oct 2021 07:20 AM (IST)
ओवरलोड पर अंकुश लगाने के लिए मिले पोर्टेबल कांटे हुए नकारा
ओवरलोड पर अंकुश लगाने के लिए मिले पोर्टेबल कांटे हुए नकारा

जागरण संवाददाता, यमुनानगर : लोगों के लिए नासूर बन चुके ओवरलोड वाहनों पर शिकंजा कसने के लिए आरटीए कार्यालय में दो पोर्टेबल इलेक्ट्रानिक कांटे दिए गए थे। परंतु यह दोनों कांटे नकारा साबित हुए। इनमें किया गया वजन व धर्मकांटे पर किए गए वजन में कई टन वन का अंतर आता है। इसलिए अब इनसे वजन नहीं किया जा रहा। महीनों से आरटीए कार्यालय में पड़े यह कांटे धूल फांक रहे हैं। इन्हें अब तक न तो ठीक कराया गया और न ही वापस भेजा गया। जबकि लाखों रुपये से खरीदे गए यह कांटे अभी वारंटी में हैं। 120 टन वजन बताई गई थी क्षमता :

इन कांटों पर 120 टन तक वजन का भार किया जा सकता है। ओवरलोड का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि आरटीए की टीम ऐसे वाहनों को पकड़ चुकी है जिनमें 20 से 30 टन खनन सामग्री ज्यादा होती है। आरटीए को जो इलेक्ट्रानिक कांटे दिए गए थे वह देखने में छोटे व हल्के हैं। यही वजह है कि इन्हें कर्मचारी कार में रख कर कहीं भी ले जा सकते हैं। रास्ते में चलते हुए जिस गाड़ी को चेक करना है कांटे को सड़क पर रख दिया जाता ह। जैसे ही गाड़ी के चारों पहिया इनके ऊपर आता है तो वजन हो जाता। इनके साथ एक प्रिटर भी है जिसमें से वजन की पर्ची मौके पर ही निकलती है। वाहन के साथ जाना पड़ता है :

प्रतापनगर, रणजीतपुर, दादूपुर व जठलाना क्षेत्र में खनन जोन होने के कारण जिला से रोजाना करीब पांच हजार ट्रक रेत, बजरी लेकर चलते हैं। सड़कों पर दिनरात ट्रकों की लाइन लगी रहती है। आरटीए की टीम जब चेकिग करती है तो पकड़े गए वाहन का वजन करने के लिए उन्हें क्षेत्र के धर्मकांटे पर जाना पड़ता है। इसके लिए अपना एक कर्मचारी ट्रक या डंपर में बिठाना पड़ता है। वजन करने के लिए स्टाफ को काफी माथा पच्ची करनी पड़ती है। कई बार धर्मकांटे की क्षमता पकड़े गए वाहन से कम होती थी। ऐसे में उम्मीद जगी थी कि पोर्टेबल कांटे मिलने से परेशानी कुछ कम होगी लेकिन ऐसा नहीं हुआ। ट्रक के टायर के हिसाब से कितने टन वजन ले जा सकते हैं : टायर वजन

6 18.50 टन

10 28

12 35

14 42

16 45.50

18 48

22 55

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