गणेश उत्सव पर पंडाल सजेंगे या नहीं असमंजस में लोग, बड़ी मूर्तियों के नहीं मिल रहे आर्डर

ट्विनसिटी में 10 सितंबर से शुरू होने वाले गणेश उत्सव पर इस बार भी कोरोना का असर साफ दिखाई दे रहा है। हालांकि गणेश उत्सव शुरू होने में अभी एक माह बाकी है परंतु गणेश जी की प्रतिमा बनाने वाले मूर्तिकार अभी से चितित है। क्योंकि अभी तक बड़ी प्रतिमा बनाने का कोई आर्डर उन्हें नहीं मिला है। जबकि कोरोना महामारी से पहले हर साल तीन माह पहले ही गणेश उत्सव का आयोजन करने वाली संस्थाएं अपने आर्डर बुक करा लेते थे। गणेश उत्सव पर इस बार भी पंडाल सजेंगे या नहीं इसे लेकर असमंजस की स्थिति बनी हुई है।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 14 Aug 2021 10:29 PM (IST) Updated:Sat, 14 Aug 2021 10:29 PM (IST)
गणेश उत्सव पर पंडाल सजेंगे या नहीं असमंजस में लोग, बड़ी मूर्तियों के नहीं मिल रहे आर्डर
गणेश उत्सव पर पंडाल सजेंगे या नहीं असमंजस में लोग, बड़ी मूर्तियों के नहीं मिल रहे आर्डर

जागरण संवाददाता, यमुनानगर : ट्विनसिटी में 10 सितंबर से शुरू होने वाले गणेश उत्सव पर इस बार भी कोरोना का असर साफ दिखाई दे रहा है। हालांकि गणेश उत्सव शुरू होने में अभी एक माह बाकी है परंतु गणेश जी की प्रतिमा बनाने वाले मूर्तिकार अभी से चितित है। क्योंकि अभी तक बड़ी प्रतिमा बनाने का कोई आर्डर उन्हें नहीं मिला है। जबकि कोरोना महामारी से पहले हर साल तीन माह पहले ही गणेश उत्सव का आयोजन करने वाली संस्थाएं अपने आर्डर बुक करा लेते थे। गणेश उत्सव पर इस बार भी पंडाल सजेंगे या नहीं इसे लेकर असमंजस की स्थिति बनी हुई है। फिलहाल डेढ़ से तीन फीट की मूर्तियां ही तैयार की जा रही हैं। मूर्तिकारों का कहना है कि ऐसा पहली बार हो रहा है, गणेश उत्सव सिर पर होने के बावजूद मूर्ति बनाने का आर्डर नहीं मिला है। हर साल बिकती थी 1000 से 1500 मूर्तियां:

सेक्टर-17 के पंजाब के जिला अमृतसर के गांव डोलू नंगल निवासी मूर्तिकार अजीत सिंह का कहना है कि वर्ष 2019 में उन्होंने 1000 छोटी बड़ी मूर्तियां बेची थी। जबकि पंजाब के ही शंकर ने बताया कि उसने 400 मूर्तियां बेची थी। पांच से सात फीट तक की एक बड़ी मूर्ति की कीमत दस से 12 हजार के बीच होती है। जबकि छोटी मूर्ति 151 रुपये से लेकर तीन हजार रुपये तक बिकती है घर-घर विराजेंगे गणेश, इसलिए बना रहे छोटी मूर्ति:

अजीत सिंह का कहना है कि कोरोना महामारी का असर अब न के बराबर है। परंतु भीड़ एकत्रित करने से लोग डर रहे हैं। वहीं प्रशासन की तरफ से भी अभी तक इस बारे में कोई गाइडलाइन जारी नहीं की गई है कि गणेश उत्सव पर आयोजन होगा या नहीं। अभी तक तो बड़ा आयोजन होने की कोई उम्मीद नजर नहीं आ रही। श्रद्धालु घरों में ही गणेश उत्सव मनाएंगे, इस लिहाज से वे छोटी मूर्तियां तैयार कर रहे हैं। जो आधा फीट से तीन फीट तक ऊंची हैं। शंकर के मुताबिक उन्होंने 1000 मूर्तियां तैयार करने का लक्ष्य निर्धारित किया है। कब से कब तक मनाया जाता है गणेशोत्सव:

भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी से गणेश जी का उत्सव गणपति प्रतिमा की स्थापना कर उनकी पूजा से आरंभ होती है। इस बार 10 सितंबर से महोत्सव शुरू होगा। 10 सितंबर को रात 12 बजकर 17 मिनट पर चतुर्थी तिथि शुरू होगा। इसके बाद विसर्जन 21 सितंबर को होगा। लगातार दस दिनों तक घर में रखकर अनंत चतुर्दशी के दिन बप्पा की विदाई की जाती है। इस दिन ढोल नगाड़े बजाते हुए, नाचते गाते हुए गणेश प्रतिमा को विसर्जन के लिए ले जाया जाता है।

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