बेलगढ़ खनन जोन में आज नए सिरे से होगी पैमाइश, ताकि दोबारा न हो टकराव

बेलगढ़ खनन जोन में रविवार को हुए विवाद के बाद अब दोबारा से नि

By JagranEdited By: Publish:Tue, 29 Sep 2020 05:10 AM (IST) Updated:Tue, 29 Sep 2020 05:10 AM (IST)
बेलगढ़ खनन जोन में आज नए सिरे से होगी पैमाइश, ताकि दोबारा न हो टकराव
बेलगढ़ खनन जोन में आज नए सिरे से होगी पैमाइश, ताकि दोबारा न हो टकराव

जागरण संवाददाता, यमुनानगर :

बेलगढ़ खनन जोन में रविवार को हुए विवाद के बाद अब दोबारा से निशानदेही कराने की तैयारी है। यमुनानगर व सहारनपुर प्रशासन के बीच इस संबंध में बातचीत हो चुकी है। हालांकि यमुनानगर की ओर से पहले ही निशानदेही कर निशान लगाए जा चुके हैं, लेकिन अब विवाद के बाद नए सिरे से इस क्षेत्र की पैमाइश की जाएगी। ताकि आगे विवाद की गुंजाइश न रहे। हालांकि अधिकारियों के लिए पैमाइश कराना आसान नहीं है। क्योंकि पहले भी कई दफा प्रयास हो चुके हैं। बेहट एसडीएम दीप्ति देव यादव का कहना है कि सहारनपुर के डीएम ने यमुनानगर के डीसी से पैमाइश के संबंध में बात कर ली है। मंगलवार को सुबह दस बजे राजस्व विभाग टीम पैमाइश के लिए मौके पर पहुंच जाएगी। इस बारे में बिलासपुर एसडीएम से भी बता हो चुकी है।

बेलगढ़ खनन जोन में विवाद कोई नया नहीं है। पहले भी यहां पर उप्र व हरियाणा के बीच टकराव बना रहा है। कभी खनन को लेकर माफिया आमने होते थे, लेकिन अब दोनों राज्यों का पुलिस प्रशासन आमने सामने हैं। वजह यह है कि उप्र में खनन का कम काम है, इसलिए वहां का प्रशासन यहां के खनन करने वालों को पकड़ता है और उनसे वसूली करता है। यदि कोई विरोध करता है, तो उसके खिलाफ केस दर्ज करा दिया जाता है। खनन करने वालों के वाहनों को पकड़कर उप्र का पुलिस प्रशासन थानों में बंद कर देता है। पहले भी इस तरह के विवाद सामने आए।

पीएसी के जवान निगरानी के लिए, ट्रक पकड़ने के लिए नहीं :

उप्र के सहारनपुर की सीमा में अवैध खनन पर निगरानी रखने के लिए पीएसी तैनात की गई है, लेकिन पीएसी के जवान खनन के वाहनों को पकड़ते हैं। यही जवान अक्सर हरियाणा की सीमा में अवैध रूप से घुसते हैं। यहां पर खनन करने वालों को परेशान करते हैं और उनके वाहनों को पकड़कर ले जाते हैं। रविवार को भी यही विवाद हुआ। जब पीएसी केजवानों ने तीन डंपरों को हरियाणा की सीमा में घुसकर पकड़ा। जबकि यह वैध खनन करने वालों के डंपर थे। जब यमुनानगर से पुलिस की टीम पहुंची और पीएसी के जवानों से इस बारे में पूछा, तो वह कुछ जवाब नहीं दे पाए। हालांकि इस मामले में बाद कोई कार्रवाई नहीं हुई। पीएसी के जवानों को चेतावनी देकर थाने से ही छोड़ दिया गया। ठीक नहीं कर रहा सहारनपुर का प्रशासन

बेलगढ़ खनन जोन में हुए विवाद पर कैबिनेट मंत्री कंवरपाल गुर्जर ने भी संज्ञान लिया। उनका कहना है कि दर्जनों बार ऐसा हो चुका है। सहारनपुर प्रशासन के अधिकारी हरियाणा की सीमा में घुस आते हैं। यहां पर वैध खनन करने वालों के ट्रक व डंपर पकड़कर ले जाते हैं। अब पानी सिर से ऊपर आ चुका था। यह मामला फिलहाल निपट गया है। यदि उप्र सरकार से बात करने की जरूरत पड़ी, तो वह भी किया जाएगा। यमुनानगर प्रशासन को ठोस हल निकालने के लिए कहा गया है।

निशानदेही कराना चाहता उप्र प्रशासन :

एसडीएम डाक्टर विनेश कुमार का कहना है कि उप्र प्रशासन से बात हुई है। वह दोबारा निशानदेही कराना चाहता है। हमने पहले ही अपने यहां निशानदेही कर रखी है। यदि वह दोबारा कराना चाहते हैं, तो उसके लिए भी तैयार हैं, ताकि किसी तरह का कोई विवाद न रहे।

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