इंश्योरेंस एजेंट बनकर ठगी करने का एक और आरोपित गिरफ्तार, पांच दिन के रिमांड पर

इंश्योरेंस एजेंट बनकर लोगों के साथ करीब तीन करोड़ रुपये की ठगी करने का एक और आरोपित काबू किया है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 05 Apr 2021 07:10 AM (IST) Updated:Mon, 05 Apr 2021 07:10 AM (IST)
इंश्योरेंस एजेंट बनकर ठगी करने का एक और आरोपित गिरफ्तार, पांच दिन के रिमांड पर
इंश्योरेंस एजेंट बनकर ठगी करने का एक और आरोपित गिरफ्तार, पांच दिन के रिमांड पर

जागरण संवाददाता, यमुनानगर :

इंश्योरेंस एजेंट बनकर लोगों के साथ करीब तीन करोड़ रुपये की धोखाधड़ी करने के आरोप में अब शहर जगाधरी थाना पुलिस ने एक और आरोपित मोहाली फेज सात निवासी विकास को गिरफ्तार किया गया। आरोपित को जीरकपुर से पकड़ा गया। उसे कोर्ट में पेश कर पांच दिन के रिमांड पर लिया गया है। वहीं उसके साथी पंजाब के मोहाली फेज वन निवासी हरविद्र को पुलिस ने पहले ही करनाल जेल से प्रोडक्शन रिमांड पर लिया हुआ है। जांच अधिकारी एसआइ भूप सिंह ने बताया कि दोनों आरोपित अभी रिमांड पर हैं। उनसे रिकवरी करने की कोशिश की जा रही है।

पुलिस के मुताबिक, वर्ष 2015 में जैन नगर निवासी जितेंद्र जैन के साथ धोखाधड़ी हुई थी। इस मामले में शहर जगाधरी थाना पुलिस ने केस दर्ज किया था। अगस्त 2016 में जितेंद्र के पास फोन आया था कि उसके साथ पहले जो धोखाधड़ी हुई है। उसके सारे पैसे वापिस मिल जाएंगे। पैसे वापस लेने के लिए बदले में आरोपितों ने फीस मांगी थी। जिस पर वह उनके झांसे में आ गए थे और अलग-अलग कर करीब आठ लाख रुपये उनके खाते में ट्रांसफर कर दिए थे। इस मामले में फिर शहर जगाधरी थाना पुलिस ने धोखाधड़ी का एक अन्य केस दर्ज कर लिया था।बाद में मामले की जांच डिटेक्टिव स्टाफ ने की, तो पता लगा कि हरविद्र सिंह व विकास ने उसके साथ धोखाधड़ी की है। इंश्योरेंस एजेंट बनकर फंसाते थे लोगों को

पुलिस के मुताबिक वर्ष 2015 में हरविद्र की मुलाकात मोहाली के ही कुछ युवकों से हुई थी। जिन्होंने उसे पैसा कमाने व अमीर बनने का शॅार्टकट बताया था। इंश्योरेंस कंपनियों से लोगों के मोबाइल नंबर लिए। फिर वह एजेंट बनकर उनसे बात करते थे। इंश्योरेंस का झांसा देकर अपने खातों में लोगों से रुपये ट्रांसफर करा लेते थे। इसके लिए उन्होंन फर्जी आइडी पर विभिन्न बैंकों में खाते खोले हुए थे। कई बार उन्होंने चेकों पर लोगों के फर्जी हस्ताक्षर करके भी पैसे निकलवाए थे। इस तरह से करीब तीन करोड़ रुपये से अधिक की ठगी आरोपितों ने की।

chat bot
आपका साथी