हरकत में अधिकारी, स्ट्रीट लाइटों की प्री-डिस्पैच इंस्पेक्शन के लिए दिल्ली जाएगी टीम

आठ वार्डों में स्ट्रीट लाइटों को लेकर अब नगर निगम अधिकारी दौरा करेंगे।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 23 Jun 2021 07:26 AM (IST) Updated:Wed, 23 Jun 2021 07:26 AM (IST)
हरकत में अधिकारी, स्ट्रीट लाइटों की प्री-डिस्पैच इंस्पेक्शन के लिए दिल्ली जाएगी टीम
हरकत में अधिकारी, स्ट्रीट लाइटों की प्री-डिस्पैच इंस्पेक्शन के लिए दिल्ली जाएगी टीम

जागरण संवाददाता, यमुनानगर : आठ वार्डों में स्ट्रीट लाइटों को लेकर अब नगर निगम अधिकारी हरकत में आ गए हैं। विधानसभा की पीटिशन कमेटी की सख्ती के बाद नगर निगम अधिकारियों की टीम जल्द स्ट्रीट लाइटों की प्री-डिस्पैच इंस्पेक्शन के लिए दिल्ली जाएगी। टीम में निगम के उच्चाधिकारियों के साथ-साथ सीनियर डिप्टी मेयर प्रवीण शर्मा भी शामिल हैं। इंस्पेक्शन के बाद ही एजेंसी की ओर से लाइटों की खरीद की जाएगी। अब उम्मीद है जल्दी ही शहर में लाइटें लगाने का काम शुरू हो जाएगा। बता दें कि निगम के आठ वार्डों में स्ट्रीट लाइटों की समस्या लंबे समय से विकट बनी हुई है। हाउस की बैठक में भी यह मुद्दा कई बार उठ चुका है। इसलिए होगी प्री-डिसपैच इंस्पेक्शन

मार्च-2020 में नगर निगम के वार्ड नंबर-दो, छह, आठ, नौ, 10, 15, 19, 21 में स्ट्रीट लाइट लगाए जाने की प्रक्रिया शुरू हुई। ठेकेदार ने लाइट लगाने का काम शुरू ही किया था कि निगरानी कमेटी के सदस्यों व पार्षदों ने लाइटों की गुणवत्ता और टेंडर प्रक्रिया पर सवाल उठा दिए। काम रुक गया। इसकी शिकायत कमिश्नर, मेयर व विधायक को गई। सीनियर डिप्टी मेयर प्रवीण कुमार व पूर्व सीनियर डिप्टी मेयर पवन कुमार ने संबंधित शिकायत विधानसभा की पीटिशन कमेटी को दी थी। इन वार्डों में कुल 8100 लाइटें लगाई जानी हैं। इनमें से केवल तीन हजार लाइटें ही लग पाई हैं। बाकी 5100 लाइटें लगाने से पहले प्री-डिस्पैच इंस्पेक्शन की जानी है। कंपनी की लैब में गुणवत्ता की जांच के बाद ही खरीद के लिए अधिकारी हरी झंडी देंगे। कोविड के कारण हुई देरी

गत 24 फरवरी को हुई सुनवाई के दौरान संबंधित कंपनी के अधिकारियों को भी कड़े निर्देश जारी किए गए थे। यह सुनिश्चित किया गया था कि प्री-डिस्पैच इंस्पेक्शन के बाद ही लाइटों की डिलीवरी होगी। कंपनी को बकायदा पर्याप्त गारंटी देनी होगी। जल्द ही शहर में स्ट्रीट लाइटों की व्यवस्था को पूरी तरह दुरुस्त कराया जाए। इसमें किसी तरह की अनियमितता बर्दाश्त नहीं की जाएगी। लेकिन अधिकारियों के मुताबिक बाद में लाकडाउन के कारण प्रक्रिया पर ब्रेक लग गया।

स्ट्रीट लाइटों की खरीद से पहले इंस्पेशन जरूरी

नगर निगम के एमई मृणाल जायसवाल का कहना है कि कमेटी के निर्देशानुसार शहर में लगने वाली स्ट्रीट लाइटों की खरीद से पहले इंस्पेशन जरूरी है ताकि गुणवत्ता की जांच हो सके। इसके लिए टीम आजकल में ही कंपनी में जाएगी। कोविड के चलते यह प्रक्रिया रुकी हुई थी। हमारा प्रयास है कि जो लाइटें रह गई हैं, उनको जल्दी की लगवा दिया जाए।

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