अधिकरी भर रहे नालों की सफाई का दम, तस्वीर कुछ और ही बयां कर रही
मानसून सीजन शुरू होने वाला है। शहर के नाले अभी भी गंदगी से अटे पड़े हुए हैं।
संवाद सहयोगी, जगाधरी : मानसून सीजन शुरू होने वाला है। शहर के नाले अभी भी गंदगी से अटे पड़े हैं। नगर निगम के अधिकारी नालों के लिए अलग से टीम गठित कर सफाई होने का दम भर रहे हैं, लेकिन तस्वीर कुछ और ही बयां कर रही है। शहरवासियों का कहना है कि नगर निगम हर साल नालों की सफाई के नाम पर लाखों रुपये खर्च करता है। बरसात आते ही शहर के सभी नाले ओवरफ्लो हो जाते हैं। गंदा पानी लोगों के घरों, दुकानों व फैक्ट्ररियों में घुस जाता है। नालों की सफाई के नाम पर पैसा तो बर्बाद हो रहा है, लेकिन परिणाम नजर नहीं आ रहे। दशकों से झेल रहे जलभराव का दम
मटका चौक से बर्तन बाजार की तरफ जानी वाली सड़क पर स्थानीय लोग दशकों से जलभराव क दंश झेल रहे हैं। क्षेत्रवासी लखविद्र, सुरेंद्र सिंह, मुख्तयार सिंह का कहना है कि रामलीला भवन के पास नाले में डाइवर्जन है। सफाई न होने की वजह से साल भर गंदगी नाले में अटी रहती है। बरसात के दौरान पानी निकासी व्यवस्था दुरूस्त न होने की वजह से मटका चौक से बर्तन बाजार तक दो से तीन फीट पानी भर जाता है। इस सड़क पर सैकड़ों दुकानदार को दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। हर साल खुलती है निगम की पोल
बरसात के दौरान शहर की सड़कों पर जमा पानी हर साल नगर निगम कार्यप्रणाली की पोल खोलता है। बावजूद इसके नगर निगम ने उससे कोई सबक नहीं लिया है। शहर के ज्यादातर नाले गंदगी से अटे पड़े हैं। जो जरा सी भी बरसात आते ही ओवरफ्लो हो जाते हैं। पानी आसपास की दुकानों, घरों व फैक्ट्ररियों में घुस जाएगा। शहर वासी राजेंद्र कुमार, राहुल, राज सिंह, कुशल पाल, सौरभ शर्मा, अमित तनेजा का कहना है कि नगर निगम के कर्मचारी नालों की सफाई पर सही प्रकार से ध्यान नहीं दे रहे हैं। कर्मचारी नियमित रूप से नालों की सफाई करें, तो लोगों को ओवरफ्लो से निजात मिल जाएगी। साथ ही उन्हें दिक्कतों का सामना नहीं करना पड़ेगा। टीम गठित कर जोर-शोर से सफाई अभियान चलाया है
नालों की सफाई के लिए अलग से टीम गठित कर जोर-शोर से सफाई अभियान चलाया हुआ है। कर्मचारियों को हिदायत दी गई है कि वे नियमित रूप से नालों की सफाई करें। जल्द ही सफाई का जायजा लिया जाएगा। जहां पर दिक्कतें होगी, उसे दूर किया जाएगा।
अमित कांबोज, सेनेटरी इंस्पेक्टर।