नजमा हत्याकांड : आरोपित एसआइ को उसके पैतृक गांव में लेकर पहुंची पुलिस टीम
जागरण संवाददाता यमुनानगर गर्भवती पत्नी 28 वर्षीय नजमा के हत्यारोपित रेलवे प्रोटेक्शन सेफ्टी फोर्स (आरपीएसएफ) के सब इंस्पेक्टर अफसर अली को सीआइए वन की टीम सोमवार को उत्तर प्रदेश लेकर पहुंची। आरोपित को उसके पैतृक गांव जाफराबाद में पुलिस टीम लेकर गई।
जागरण संवाददाता, यमुनानगर : गर्भवती पत्नी 28 वर्षीय नजमा के हत्यारोपित रेलवे प्रोटेक्शन सेफ्टी फोर्स (आरपीएसएफ) के सब इंस्पेक्टर अफसर अली को सीआइए वन की टीम सोमवार को उत्तर प्रदेश लेकर पहुंची। आरोपित को उसके पैतृक गांव जाफराबाद में पुलिस टीम लेकर गई। जहां वारदात में शामिल आरोपित के चचेरे भाई असलम के बारे में बताया गया। इसके साथ ही टीम उत्तर प्रदेश के बिजनौर में भी पहुंची, क्योंकि जिस गाड़ी से टक्कर मारकर नजमा की हत्या की गई। उसका नंबर भी बिजनौर का आया है। पुलिस ने आरोपित से घटनास्थल की निशानदेही भी कराई है। बता दें कि आरोपित पांच दिन के पुलिस रिमांड पर है।
मूल रूप से उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद जिले के गांव जाफराबाद निवासी अफसर अली यहां आरपीएसएफ नौवीं वाहिनी जगाधरी वर्कशाप में एसआइ के पद पर तैनात था। जनवरी माह में उसका तबादला झारखंड हो गया था। इसके बाद भी वह यहां पत्नी नजमा के साथ पृथ्वीनगर कालोनी में किराये के मकान में रह रहा था। आरोपित का पत्नी के साथ विवाद रहता था। कई बार उसकी शिकायत भी नजमा थाने में कर चुकी थी। जिस पर उसने पत्नी की हत्या करने की योजना बनाई। यह सड़क हादसा लगे। इसके लिए गाड़ी से पत्नी को टक्कर मारने के लिए अपने चचेरे भाई असलम को साथ लिया। साजिश के तहत वह 24 सितंबर की रात करीब नौ बजे खाना खाने के बाद पत्नी नाजमा के साथ रेलवे अंडरपास के पास सैर करने के लिए गया। तभी स्कार्पियो कार ने पीछे से नजमा को टक्कर मारी। जिससे उसकी मौत हो गई थी। स्वजनों ने इस मामले में अफसर अली पर ही हत्या कराने का शक जताया। इसके आधार पर ही पुलिस ने केस में हत्या की धारा इजाद की और मामले की जांच सीआइए वन को दी। तभी इस वारदात का पर्दाफाश हुआ।