नायब तहसीलदार ने मंडी में की धान की वेरिफिकेशन

अनाज मंडी में खरीदी गई धान की नायब तहसीलदार तुलसीदास के नेतृत्व में गठित कमेटी ने वेरिफिकेशन की। किसी भी आढ़ती को राइस मिल में धान खरीद करने की इजाजत नहीं दी जाएगी। पड़ोसी राज्यों से मंडी आने वाले धान पर प्रतिबंध जारी रहेगा।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 17 Oct 2021 07:55 AM (IST) Updated:Sun, 17 Oct 2021 07:55 AM (IST)
नायब तहसीलदार ने मंडी में की धान की वेरिफिकेशन
नायब तहसीलदार ने मंडी में की धान की वेरिफिकेशन

संवाद सहयोगी, प्रतापनगर : अनाज मंडी में खरीदी गई धान की नायब तहसीलदार तुलसीदास के नेतृत्व में गठित कमेटी ने वेरिफिकेशन की। किसी भी आढ़ती को राइस मिल में धान खरीद करने की इजाजत नहीं दी जाएगी। पड़ोसी राज्यों से मंडी आने वाले धान पर प्रतिबंध जारी रहेगा।

अनाज मंडी प्रताप नगर में धान खरीद पर नजर रखने के लिए एक कमेटी का गठन किया गया है। नायब तहसीलदार प्रतापनगर तुलसीदास कमेटी के हेड बनाए गए हैं। सुपरवाइजर रणधीर सिंह व मार्केट कमेटी सचिव संत राम कमेटी में शामिल रहेंगे। शनिवार को नायब तहसीलदार तुलसीदास ने अनाज मंडी प्रतापनगर का दौरा कर धान खरीद का जायजा लिया। उन्होंने अनाज मंडी में घूम कर खरीद की जा रही धान का बारीकी से निरीक्षण किया। सुपरवाइजर रणधीर सिंह व मार्केट कमेटी सचिव संत कुमार भी साथ रहे। तुलसीदास ने बताया कि साथ लगते राज्यों उत्तर प्रदेश, हिमाचल, उत्तराखंड से धान लेकर आने वाले किसानों पर प्रतिबंध जारी रहेगा। किसी को भी दूसरे राज्यों से धान की इजाजत नहीं दी जाएगी। उन्होंने कहा कि राइस मिल में भी धान खरीद पर रोक लगाई गई है। सभी किसानों को अपनी धान की फसल मंडी के अंदर पहुंच कर बेचनी होगी। उन्होंने कहा कि पोर्टल से मिलान कर गेट पास दिया जाएगा। उसके बाद धान की खरीद की जाएगी। संवाद सहयोगी, रादौर: हेमंत सेवा समिति अध्यक्ष व पूर्व चेयरमैन डा. ऋषिपाल सैनी ने अपने कार्यालय पर नशामुक्ति शिविर का आयोजन किया। जिसमें करीब 45 लोगों को नशा छोडऩे की आयुर्वेदिक दवाई निशुल्क दी गई। इस अवसर पर उन्होंने युवाओं को नशे से दूर रहकर देशहित में कार्य करने का आह्वान किया। ऋषिपाल सैनी ने कहा कि नशा समाज को अंधेरे की ओर धकेल देता है। इसलिए उनकी संस्था हेमंत सेवा समिति लगातार समाज को एक नई दिशा देने का कार्य कर रही है। समय समय पर अनेक शिविरों का आयोजन कर स्मैक, अफीम, शराब, भुक्की व अन्य नशों को छोड़ने के लिए निशुल्क दवाई दी जाती है। अब तक करीब 290 शिविरों का आयोजन कर हजारों लोगों को दवाई दी जा चुकी है। आज समाज में युवा वर्ग नशे की चपेट में आ रहा है। जिससे समाज में कई प्रकार की कुरीतियों को भी बढ़ावा मिल रहा है। उनकी यह मुहिम समाज को इन कुरीतियों से बचाने का प्रयास कर रही है।

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