बेटे ने आत्महत्या नहीं की, उसकी हत्या हुई, दोबारा से हो जांच
खारवन के प्रवेश ने आत्महत्या नहीं की। उसकी हत्या हुई है। पुलिस ने जानबूझकर उसकी मौत को आत्महत्या करार दिया है जबकि मौके के हालात को देखा जाए तो पता लगता है कि उसकी हत्या की गई है।
जागरण संवाददाता, यमुनानगर :
खारवन के प्रवेश ने आत्महत्या नहीं की। उसकी हत्या हुई है। पुलिस ने जानबूझकर उसकी मौत को आत्महत्या करार दिया है, जबकि मौके के हालात को देखा जाए, तो पता लगता है कि उसकी हत्या की गई है। इस मामले की डीएसपी लेवल के अधिकारी से दोबारा जांच कराई जानी चाहिए। यह गुहार लेकर मृतक का पिता रिटायर्ड फौजी जसवंत सिंह डीएसपी हेडक्वार्टर सुभाष चंद से मिला। उन्होंने इस संबंध में शिकायत भी दी।
शिकायत में कहा गया कि उनके बेटे का शव ऑटो से लटका मिला। जबकि ऑटो की ऊंचाई इतनी अधिक नहीं है। मृतक के पैर जमीन पर लगे हुए थे। उसके दांत टूटे हुए थे, लेकिन चेहरे व कपड़े पर खून का निशान नहीं था। इसी तरह से उसकी गर्दन भी बढ़ी हुई नहीं थी। जिस समय उनके बेटे का शव मिला, उसके कानों में ईयरफोन की लीड लगी हुई थी। जबकि उसका फोन चार फीट की दूरी पर पड़ा था। इन सबसे आशंका है कि उनके बेटे की हत्या कर यहां पर शव लटकाया गया है। पुलिस ने उनके बेटे की मौत के मामले को आत्महत्या करार दे दिया और 174 के तहत कार्रवाई कर दी। बता दें कि प्रवेश ऑटो चलाता था। 27 जनवरी को उसका शव ऑटो पर रस्सी से लटका मिला। पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराया। परिवार को बताया गया कि उसने आत्महत्या की है।