नगरपालिका ने दोबारा चलाया फागिग अभियान, लोगों को राहत
फागिग अभियान में खानापूर्ति करने संबंधित समाचार प्रकाशित होने के बाद नगरपालिका अधिकारी मंगलवार को हरकत में आया और एक बार फिर से फागिग अभियान चलाया गया। जिसके तहत दरोगा विपिन वाल्मीकी की देखरेख में नपा सफाई कर्मचारी राहुल घिलौर व सुनील ने अनाज मंडी रोड व वार्ड नंबर 13 की शिव कालोनी भगत सिंह कालोनी दीपक कालोनी परशुराम कालोनी वीआइपी कालोनी में फागिग करवाई।
संवाद सहयोगी, रादौर: फागिग अभियान में खानापूर्ति करने संबंधित समाचार प्रकाशित होने के बाद नगरपालिका अधिकारी मंगलवार को हरकत में आया और एक बार फिर से फागिग अभियान चलाया गया। जिसके तहत दरोगा विपिन वाल्मीकी की देखरेख में नपा सफाई कर्मचारी राहुल घिलौर व सुनील ने अनाज मंडी रोड व वार्ड नंबर 13 की शिव कालोनी, भगत सिंह कालोनी, दीपक कालोनी, परशुराम कालोनी, वीआइपी कालोनी में फागिग करवाई। करीब दो सप्ताह पहले भी नगरपालिका की ओर से शहर में बढ़ रही मच्छरों की तादाद पर अकुंश लगाने के लिए फागिग अभियान चलाया गया था। केवल दो दिनों के बाद इस अभियान को बंद कर दिया गया। जिससे स्थानीय लोगों में रोष था। लोगों की मांग थी कि फोगिग अभियान को दोबारा शुरू करवाकर पूरे कस्बे में कराया जाए। समस्या को दैनिक जागरण ने सोमवार के अंक में प्रमुखता से प्रकाशित किया। जिसके बाद नपा प्रशासन हरकत में आया और फागिग दोबारा शुरू कराई। नपा सफाई निरीक्षक निर्मल सिंह ने बताया कि कस्बे के लोगों को बढ़ रही मच्छरों की तादात से राहत देने के लिए यह अभियान शुरू किया गया है। कस्बे के सभी वार्डों में फागिग कराई जाएगी। जागरण संवाददाता, यमुनानगर :
बस चालक की मनमानी का खामियाजा पांच मजूदरों को भुगतना पड़ा। बिहारीगंज से उनको यमुनानगर छोड़ने बी बजाय रोहतक ले जाकर छोड़ दिया। बाद में भारतीय किसान संघ के प्रदेश महामंत्री रामबीर सिंह चौहान के हस्तक्षेप के बाद वहां के पदाधिकारियों ने इन मजदूरों की आर्थिक मदद की। इन मजदूरों को खेती कार्यों के लिए यमुनानगर के गांव उन्हेड़ी में पहुंचना था।
भाकिसं के प्रदेश महामंत्री रामबीर सिंह चौहान ने बताया कि बिहारीगंज से मजदूरों को उनके फार्म हाउस पर पहुंचना था। इनमें राजा, कुंदन, राम शरण, बबलू, सुरेश, राजू व अशोक शामिल हैं। बिहारीगंज से उन्होंने बस पकड़ी। कंडक्टर ने टिकट भी यमुनानगर के लिए दी। लेकिन उनको यमुनानगर नहीं छोड़ा। बल्कि रोहतक जाकर छोड़ दिया। हालांकि मजदूर बार-बार कहते रहे, लेकिन बस चालक ने एक न सुनीं। रोहतक पहुंचकर उन्होंने फोन किया। क्योंकि उनके पास इतने पैसे नहीं थे कि वह रोहतक से यमुनानगर आ सकें। उसके बाद रामबीर चौहान ने क्षेत्र के भाकिसं पदाधिकारियों से संपर्क किया। रामबीर का कहना है कि बिहार से आने वाले मजदूरों का शोषण हो रहा है। बस चालक उनको गुमराह करते हैं। सरकार को इस बारे संज्ञान लेना चाहिए। ऐसे बस चालकों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जानी चाहिए।