मां वैष्णवी देवी पूरी करती है हर मुराद

जगाधरी-बिलासपुर स्टेट हाईवे पर गांव जटहेड़ी स्थित श्री वैष्णवी देवी उदासीन बड़ा मंदिर नवरात्र में श्रद्धालुओं की आस्था का केंद्र है। मंदिर में आने वाले भक्त माता वैष्णो देवी के स्वरूप के दर्शन करके कृतार्थ हो जाते हैं। वैष्णवी देवी मंदिर परिसर में शिव मंदिर भी है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 11 Oct 2021 07:39 AM (IST) Updated:Mon, 11 Oct 2021 07:39 AM (IST)
मां वैष्णवी देवी पूरी करती है हर मुराद
मां वैष्णवी देवी पूरी करती है हर मुराद

बिलासपुर : जगाधरी-बिलासपुर स्टेट हाईवे पर गांव जटहेड़ी स्थित श्री वैष्णवी देवी उदासीन बड़ा मंदिर नवरात्र में श्रद्धालुओं की आस्था का केंद्र है। मंदिर में आने वाले भक्त माता वैष्णो देवी के स्वरूप के दर्शन करके कृतार्थ हो जाते हैं। वैष्णवी देवी मंदिर परिसर में शिव मंदिर भी है। इसलिए मंदिर में माता के साथ-साथ भगवान शिव के भी दर्शन होते हैं। इसलिए मंदिर में दूर-दूर से श्रद्धालु पूजा पाठ करने के लिए आते हैं। नवरात्र के प्रारंभ से नौ दिन तक मंदिर में माता का पाठ होता है। चौदस पर मंदिर में विशाल भंडारा होता है जिसमें सैकड़ों श्रद्धालु प्रसाद ग्रहण करते हैं। मंदिर का इतिहास :

श्री वैष्णवी देवी मंदिर की स्थापना 70 साल पहले हरिद्वार के कनखल स्थित हरेराम आश्रम के स्वामी योगानंद जी महाराज ने की थी। वह घूमते ही जटहेड़ी गांव में आए थे और यही रहने लगे। जिस जमीन पर मंदिर है यहां 70 साल पहले चर्च बनाने की मांग उठी थी, परंतु लोगों ने विरोध किया था। तब स्वामी योगानंद ने यहां माता वैष्णवी देवी मंदिर की स्थापना की थी। इसके लिए माता वैष्णो देवी से पवित्र ज्योत लेकर आए थे। वर्ष 1984 में स्वामी योगानंद जी ने किसी के कहने पर लाटरी खरीद ली। लाटरी में उन्हें एक लाख रुपये का ईनाम मिला। इस राशि से उन्होंने मंदिर में शिवलिग स्थापना व कमरों का निर्माण कराया था। फोटो : 9

हर मुराद पूरी होती है : विजय शर्मा

मंदिर के श्रद्धालु गांव मलिकपुर बांगर निवासी विजय शर्मा का कहना है कि माता वैष्णवी मंदिर को लेकर श्रद्धालुओं की बहुत आस्था है। बहुत दूर से लोग यहां पर मत्था टेकने आते हैं। यहां आने वाले श्रद्धालुओं की हर मुराद पूरी होती है। वह रोजाना मंदिर में आते हैं। जिन लोगों ने व्रत रखा हुआ है वह सुबह-शाम मंदिर में आते हैं। फोटो : 10

पहले नवरात्र पर की थी कलश स्थापना : सर्वज्ञ मुनी

मंदिर के महंत आचार्य सर्वज्ञ मुनी महाराज का कहना है कि वैष्णवी मंदिर हरेराम आश्रम ट्रस्ट कनखल हरिद्वार के अधीन है। साल में दो बार नवरात्रों में चौदस को भंडारा होता है जो माता की कृपा से देर शाम तक चलता रहता है। मंदिर में कलश की स्थापना की गई है। सच्चे मन से जो भी मुराद मांगता है माता उसे जरूर पूरा करती है। लोगों के सहयोग से मंदिर के जीर्णोद्धार का काम समय-समय पर कराया जाता है।

chat bot
आपका साथी