खाली प्लाटों में पनप रहे मलेरिया के वाहक, स्वास्थ्य विभाग मौन, निगम को नहीं परवाह

खाली प्लाटों में मलेरिया के वाहक पनप रहे हैं। रुक रुककर हो रही बारिश के चलते इनमें पानी जमा है। न तो स्वास्थ्य विभाग की ओर से दवाई का छिड़काव करवाया जा रहा है और न ही निगम की ओर से ऐसे प्लाट मालिकों के खिलाफ कार्रवाई अमल में लाई जा रही है। ट्विन सिटी में सैकड़ों प्लाट कई वर्षो से खाली पड़े हुए हैं। यहां जमा पानी में मच्छर का लारवा पनप रहा है।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 27 Jul 2021 07:51 AM (IST) Updated:Tue, 27 Jul 2021 07:51 AM (IST)
खाली प्लाटों में पनप रहे मलेरिया के वाहक, स्वास्थ्य विभाग मौन, निगम को नहीं परवाह
खाली प्लाटों में पनप रहे मलेरिया के वाहक, स्वास्थ्य विभाग मौन, निगम को नहीं परवाह

जागरण संवाददाता, यमुनानगर : खाली प्लाटों में मलेरिया के वाहक पनप रहे हैं। रुक रुककर हो रही बारिश के चलते इनमें पानी जमा है। न तो स्वास्थ्य विभाग की ओर से दवाई का छिड़काव करवाया जा रहा है और न ही निगम की ओर से ऐसे प्लाट मालिकों के खिलाफ कार्रवाई अमल में लाई जा रही है। ट्विन सिटी में सैकड़ों प्लाट कई वर्षो से खाली पड़े हुए हैं। यहां जमा पानी में मच्छर का लारवा पनप रहा है। हालांकि बीते दिनों संबंधित प्लाट धारकों को निगम की ओर से नोटिस देकर निर्माण करवाए जाने के नोटिस दिए थे, लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई अमल में नहीं लाई गई। बारिश के दिनों में स्थिति और भी बढ़ जाती है। इनसेट

दवाई का छिड़काव न होने से पनप रहे मच्छर

यमुनानगर-जगाधरी में निजी प्लाट खाली पड़े हैं जिन्हें मालिकों ने खरीदकर लावारिश छोड़ दिया है। ऐसे प्लाटों की संख्या भी कम नहीं है जिनके मालिकों का भी कोई अता पता नहीं है। कुछ को अच्छे दाम मिलने का इंतजार है तो किसी ने निर्माण के लिए खाली छोड़े हुए हैं। इन प्लाटों के कारण शहर में गंदगी फैल रही हैं। कुछ प्लाट तो डंपिग स्थल बने हुए हैं। दूर-दराज से कचरा लाकर यहां गिराया जाता है। इतना ही नहीं कई प्लाटों में तो पानी की निकासी भी हो रही है और घासफूस उग चुकी है। पार्कों में भी जल भराव की स्थिति है। इनसेट

कार्रवाई का है प्रावधान

बारिश के सीजन में खाली पड़े प्लाट क्षेत्र में बीमारी फैलने का कारण बनते हैं। पानी जमा होने के कारण मच्छर पनपते हैं जो मलेरिया फैलाते हैं। कई-कई दिन तक इन प्लाटों से बरसाती पानी नहीं सूखता। हालांकि मलेरिया सीजन में खाली प्लाटों में जमा पानी होने पर मालिक के खिलाफ म्यूनिसिपल बायलाज एक्ट के तहत कार्रवाई का प्रावधान है, लेकिन मालिक के बारे में जानकारी न होने यह सुनिश्चित नहीं हो पाता कि नोटिस किसे दिया जाए। इनसेट

फव्वारों पर नहीं ध्यान

पार्को की खूबसूरती बढ़ा रहे फव्वारे भी सफाई होने के कारण मलेरिया व डेंगू फैलाने का काम कर रहे हैं। पाश एरिया में स्थित नेहरू पार्क में ऐसा ही हो रहा है। यहां फव्वारे तो विशेष अवसर पर ही चलते हैं, लेकिन पानी हमेशा जमा रहता है। इस पानी में मच्छरों की भरमार है, लेकिन सफाई की जहमत नहीं उठाई जाती। बता दें कि पार्क में सुबह-शाम सैकड़ों लोग घूमने के लिए आते हैं और दिन के समय भी यहां लोगों को तांता लगा रहता है। इनसेट

पार्षद विनोद मरवाह, पार्षद प्रिस शर्मा व निर्मला चौहान का कहना है कि खाली पड़े प्लाटों व पार्कों में पानी जमा होने के कारण इन दिनों मच्छर पनपते हैं। मालिकों को भी चाहिए कि सफाई का विशेष रूप ध्यान रखें। नगर निगम की ओर से यहां दवाई का छिड़काव करवाया जाना चाहिए। मानसून सीजन शुरू हो गया है। इसके साथ ही मलेरिया व डेंगू का सीजन भी शुरू हो जाता है। इसलिए निगम अधिकारियों को ध्यान देना चाहिए। इनसेट

प्लाट मालिकों को चाहिए कि वह स्वयं ही चहारदीवारी करवा लें और पानी की निकासी की व्यवस्था करवा लें। बारिश के दिनों में मक्खी मच्छर पनपते हैं जो बीमारियों का कारण बनते हैं। निगम की ओर से ऐसे प्लाट मालिकों को नोटिस भेजे जाएंगे।

अजय सिंह तोमर, कमिश्नर, नगर निगम।

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