गमलों व छतों पर पड़े टायरों में पनप रहा मलेरिया व डेंगू का लारवा

बरसात का सीजन शुरू होते ही स्वास्थ्य विभाग मलेरिया व डेंगू को लेकर अलर्ट हो गया है। लोगों के घरों में ही डेंगू व मलेरिया का लारवा पनप रहा है। हाउस होल्ड सर्वे में अधिकतर घरों में गमलों व छत पर पड़े पुराने बर्तनों टायरों में लारवा मिला है। अब बरसात के सीजन में लारवा अधिक पनपने की संभावना रहती है। इसलिए शहरी क्षेत्र में लोगों को जागरूक करने के लिए 20 ब्रीडिग चेकर लगाए गए हैं।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 04 Aug 2021 07:31 AM (IST) Updated:Wed, 04 Aug 2021 07:31 AM (IST)
गमलों व छतों पर पड़े टायरों में पनप रहा मलेरिया व डेंगू का लारवा
गमलों व छतों पर पड़े टायरों में पनप रहा मलेरिया व डेंगू का लारवा

जागरण संवाददाता, यमुनानगर : बरसात का सीजन शुरू होते ही स्वास्थ्य विभाग मलेरिया व डेंगू को लेकर अलर्ट हो गया है। लोगों के घरों में ही डेंगू व मलेरिया का लारवा पनप रहा है। हाउस होल्ड सर्वे में अधिकतर घरों में गमलों व छत पर पड़े पुराने बर्तनों, टायरों में लारवा मिला है। अब बरसात के सीजन में लारवा अधिक पनपने की संभावना रहती है। इसलिए शहरी क्षेत्र में लोगों को जागरूक करने के लिए 20 ब्रीडिग चेकर लगाए गए हैं। उनके साथ एक-एक एमपीएचडब्ल्यू वर्कर को लगाया गया है। यह घरों में जाकर जांच भी करेंगे। जिन जगहों पर बरसाती पानी जमा है, वहां पर तेल डालेंगे। जिससे लारवा को पनपने से रोका जा सके। पूरे माह तक यह अभियान चलेगा।

बरसात के सीजन में स्वास्थ्य विभाग की ओर से हर वर्ष लोगों को मलेरिया व डेंगू से बचाव के लिए अभियान चलाया जाता है। इसके तहत स्वास्थ्य विभाग की टीमें लोगों के घरों में भी चेकिग करती है। यदि कही पर जमा पानी में डेंगू या मलेरिया का लारवा मिलता है, तो उन्हें नोटिस भी दिए जाते हैं। अब तक स्वास्थ्य विभाग ने 55 हजार 728 घरों की जांच कर चुका है। इनमें से 4853 घरों में लारवा मिला। जिन्हें नोटिस जारी किए गए। अधिकतर घरों में गमलों व छतों पर पड़े टायरों में लारवा मिला है। गत वर्षों के मुकाबले स्थिति काबू में :

इसे कोरोना का असर कहे या फिर स्वास्थ्य विभाग की सक्रियता। गत वर्षों के मुकाबले स्थिति काफी ठीक है। इस बार केवल एक ही मरीज मलेरिया का मिला है। वहीं गत वर्ष डेंगू के छह मरीज मिले थे। जिले की बात करें, तो यहां पर खनन क्षेत्र व यमुना नदी के आसपास वाले क्षेत्र में जलजमाव अधिक होता है। वहां पर मलेरिया व डेंगू का खतरा अधिक रहता है। ऐसे स्थानों पर भी ही स्वास्थ्य विभाग विशेष ध्यान दे रहा है। हर रविवार ड्राइ डे मनाने का आहवान :

जिला मलेरिया अधिकारी डा. वागीश गुटैन ने बताया कि लगातार टीमें कार्य कर रही हैं। लोगों को भी जागरूक होना होगा। इसके लिए हर रविवार को ड्राइ डे मनाने की अपील की जा रही है। इसके तहत सभी अपने घरों को अच्छी तरह से साफ करें। पानी की टंकियों, गमलों, कूलर व ऐसे स्थानों पर सफाई करें। जहां पानी भरा रहता है। तभी मलेरिया व डेंगू को फैलने से रोका जा सकेगा। इस बार स्थिति काफी हद तक कंट्रोल में है। यदि किसी को सर्दी के साथ बुखार आए तो नजदीकी अस्पताल से खून की मुफ्त जांच करवाएं। इसके साथ ही मच्छरदानी का अनिवार्य रूप से प्रयोग करें।

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