लोगो बनाओ और इनाम पाओ, प्रतियोगिता के लिए पांच मार्च तक करना होगा आवेदन
केंद्रीय माध्यमिक स्कूलों में पढ़ रहे विद्यार्थी लोगो बनाकर सरकार की ओर से सम्मानित किए जा सकते हैं।
संवाद सहयोगी, जगाधरी:
केंद्रीय माध्यमिक स्कूलों में पढ़ रहे विद्यार्थी लोगो बनाकर सरकार से सम्मानित हो सकते हैं। 75वें स्वतंत्रता दिवस पर अमृत महोत्सव के तहत लोगो बनाओ प्रतियोगिता का आयोजन किया जा रहा है। विद्यार्थी प्रतिभा का प्रदर्शन कर ईनाम हासिल कर सकते हैं। सीबीएसई ने स्कूलों को निर्देश जारी कर विद्यार्थियों को प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए प्रेरित करने को कहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से वर्ष 2022 तक नया आत्मनिर्भर भारत बनाने का लक्ष्य रखा गया है। वर्ष 2022 में आजादी की 75वीं सालगिरह को खास बनाने के लिए केंद्र सरकार ने अमृत महोत्सव अभियान शुरू किया है। इसलिए 75 सप्ताह पहले अभियान शुरू कर दिया है। जिसके तहत माईजीवी की ओर से लोगो डिजाइन प्रतियोगिता आयोजित करने का निर्णय लिया गया है। लोगो के जरिए दिखाएंगे आधुनिक भारत की तस्वीर
सीबीएसई अधिकारियों के मुताबिक विद्यार्थियों को लोगो के जरिए आधुनिक भारत की तस्वीर दर्शानी होगी। जिसमें वैश्विक स्तर पर देश की पारंपरिक और आधुनिक छवि होनी चाहिए। विद्यार्थियों को प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए पांच मार्च 2121 तक आवेदन करना होगा। सरकार की ओर से जारी पांच थीम पर विद्यर्थियों को लोगो डिजाइन करना होगा। जो कि डिजिटल फॉर्मेट में रंगीन होना चाहिए। लोगो तैयार करने के बाद उसे माईजीओवी एप या लिक के जरिए ही जेपीईजी या पीएनजी फॉर्मेट में भेजना होगा। निर्णयक मंडल सदस्य लोगो की वास्तविकता, रचनात्मकता, तकनीकी खूबसूरती, दृश्यता, कलाकृति इत्यादि के आधार पर विजेताओं का चयन करेंगे। खास बात यह है कि इस प्रतियोगिता में अभिभावक व शिक्षक भी भाग ले सकेंगे। विजेताओं को सरकार की ओर से नगद राशि प्रदान कर सम्मानित किय जाएगा। इन थीम पर बनाने होंगे लोगो
सीबीएसई अधिकारियों के मुताबिक विद्यार्थियों को गर्वेनेंस, विकास, तकनीक, सुधार व पिछले पांच साल में हुई तरक्की पर आधारित लोगो डिजाइन करने होंगे। चयनित किए गए लोगों को सरकार किसी भी अधिकारिक काम के लिए उपयोग कर सकेगी। प्रथम स्थान पर आने वाले प्रतिभागी को एक लाख, द्वितीय को 50 हजार व तृतीय को 25 हजार की नगद राशि से सम्मानित किया जाएगा। वही सरस्वती पब्लिक स्कूल प्रिसिपल दीपक सिगला का कहना है कि अमृत महोत्सव के संदर्भ में सीबीएसई की ओर से जारी निर्देश उन्हें मिल चुके हैं। विद्यार्थियों को प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए प्रेरित किया जा रहा है।