लॉकडाउन का समय बढ़ रहा, लेकिन उल्लंघन करने से बाज नहीं आ रहे लोग

कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण के बाद सरकार की ओर से 24 मई तक लॉकडाउन लगा दिया गया है।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 18 May 2021 07:27 AM (IST) Updated:Tue, 18 May 2021 07:27 AM (IST)
लॉकडाउन का समय बढ़ रहा, लेकिन उल्लंघन करने से बाज नहीं आ रहे लोग
लॉकडाउन का समय बढ़ रहा, लेकिन उल्लंघन करने से बाज नहीं आ रहे लोग

जागरण संवाददाता, यमुनानगर : कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण के बाद सरकार की ओर से 24 मई तक लॉकडाउन लगा दिया गया है। लेकिन जिले में लॉकडाउन का खुलेआम उल्लंघन हो रहा है। शहर से लेकर गांवों में लॉकडाउन का पूरी तरह पालन नहीं हो रहा। चौक-चौराहे पर लोगों की जमघट लग रही है। सड़कों पर आवागमन निर्वाह जारी है। हालांकि रास्ते में कहीं-कहीं पुलिस लोगों को रोक रही है। लेकिन लोग रास्ते बदल कर आसानी से घूम रहे हैं। दुकानदार शटर आधा गिरा कर दुकान चला रहे हैं। ग्रामीण क्षेत्रों की दुकानें की स्थिति भी यही है। पुलिस को देख कर लोग दुकानों के गेट बंद कर लेते हैं और पुलिस के जाते हैं फिर दुकान खुल जाती हैं। शहरी इलाके में पुलिस की चौकसी बढ़ा दी गई है। नियम का उल्लंघन करने वाले कुछ दुकानदारों पर भी कार्रवाई हुई है। पुलिस अभी पूरी तरह तेवर में नहीं दिख रही हैं। जिस कारण कई लोग बेवजह लॉकडाउन का उल्लंघन कर रहे हैं।

लोगों ने की सख्ती की मांग

जिले में लॉकडाउन का उल्लंघन देख जागरूक लोगों ने पुलिस से सख्ती बरतने की मांग की है। उनका कहना है कि लोग बेवजह सड़क पर निकल रहे हैं। ऐसे में पुलिस को सख्ती बरतनी चाहिए। तभी कोविड-19 के चेन को तोड़ा जा सकता है। चंद लोगों की गलत हरकत के कारण पूरे समाज को इसका खामियाजा भुगतना पड़ सकता है। ऐसे लोगों पर कार्रवाई होनी चाहिए। जो लोग बेवजह बाहर घूम रहे हैं उनके चालान काटे जाने चाहिए और केस भी दर्ज होना चाहिए।

बाजार में भीड़ नियंत्रित करने की जरूरत

जिला प्रशासन ने सब्जी, फल, करियाना, दूध डेयरी दुकानों से सामान की खरीद व बिक्री के लिए दोपहर दो बजे तक का समय निर्धारित कर रखा है। अधिकारी इसका पालन कराने के दावे तो कर रहा है लेकिन हकीकत कुछ और ही बयां कर रही है। खरीदारी के समय बाजार में लोग भीड़ की परवाह नहीं करते। इस भीड़ में बहुत से ऐसे लोग भी नजर आते हैं, जो अब भी मास्क का प्रयोग नहीं करते। कुछ लोग हर दिन कोरोना के कारण अप्रिय वारदातों की खबर सुन तो रहे हैं, परंतु प्रशासनिक निर्देंशों का पालन नहीं करते। ऐसे में खरीदारी के लिए जुटने वाली महज चार घंटे की भीड़ सारी तैयारियों पर भारी पड़ सकती है। जिन दुकानों को खोलने की अनुमति नहीं है। वह भी दुकानों के आसपास बैठे रहते हैं। सामान देने के बाद फिर से शटर डाउन कर दिया जाता है।

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