दूसरों को मिले जीवनदान, इसलिए वैक्सीन से पहले रक्तदान
कोरोना काल में रक्त की कमी को पूरा करने के लिए सामाजिक संस्था ने जिम्मेदाई भ्निभाई है।
संजीव कांबोज, यमुनानगर :
कोरोना काल में रक्त की कमी को पूरा करने के लिए सामाजिक संस्था स्माइल फाउंडेशन के सदस्य वैक्सीन लगवाने से पहले रक्तदान कर रहे हैं। 22 सदस्य रक्तदान कर चुके हैं। इनकी संख्या लगातार बढ़ रही है। क्योंकि वैक्सीन लगवाने के 14 दिन तक रक्तदान से परहेज किया जाता है। उधर, ब्लड बैंकों में रक्त की कमी देखी जा रही है। इस कमी को पूरा करने के लिए संस्था ने यह निर्णय लिया है। संस्था के सदस्य स्वयं रक्त दान के साथ-साथ दूसरों को भी इस बारे में प्रेरित कर रहे हैं।
संस्था के अध्यक्ष संजीव मेहता ने बताया कि वर्ष-2013 में श्री ब्लड डोनर के नाम से संस्था शुरू की थी। शुरुआती दौर में पांच सदस्य थे। अब बढ़कर 1500 सदस्य हैं। देश के किसी भी कोने में रक्त की कमी, तुरंत पहुंच जाता है। अब संस्था का नाम बदलकर स्माइल फाउंडेशन रख लिया गया है। रक्तदान के लिए संस्थान व्हाट्सएप ग्रुप बनाए हुए हैं। अब तक 60 से अधिक रक्तदान शिविर लगाए जा चुके हैं। कोरोना वायरस के चलते ब्लड बैंकों में इन दिनों रक्त की कमी देखी जा रही है। जबकि डिमांड बढ़ रही है। उनका कहना है कि ऑक्सीजन व बेड तो फैक्ट्री में बन सकते हैं, लेकिन रक्त नहीं।
रक्तदाताओं का किया जाता है बीमा भी
संस्था की ओर से रक्तदाताओं का बीमा भी किया जाता है। अब तक 200 रक्तदाताओं का बीमा कराया जा चुका है। इसमें दुर्घटना व जीवन बीमा दोनों शामिल हैं। इसका प्रीमियम संस्था स्वयं भरती है। बीमा एक वर्ष के लिए होता है। अगले वर्ष रक्तदान करने पर दोबारा बीमा करवा दिया जाता है। हर रक्तदाता का एक लाख 25 हजार रुपये का बीमा किया जाता है। इसमें एक लाख रुपये दुर्घटना में मृत्यु होने व 25 हजार रुपये घायल होने पर अस्पताल का खर्च शामिल है। चंडीगढ़ में रक्तदाता की हादसें में मौत होने पर जब उसके परिवार के सामने आर्थिक दिक्कत आई तो संस्था के पदाधिकारियों ने रक्तदाताओं का बीमा कराने का निर्णय लिया।
सीएम कर चुके सम्मानित
रक्तदान के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने पर संस्था को सीएम मनोहर लाल, 15 अगस्त को प्रशासन की ओर से भी सम्मानित किया जा चुका है। अध्यक्ष संजीव मेहता का कहना है कि हर अवसर पर संस्था की ओर से रक्तदान शिविर का आयोजन किया जाता है। ताकि ब्लड बैंकों में रक्त की कमी न रहे। दूसरा, जिले में थैलीसीमिया से पीड़ित मरीज हैं। जिन्हें हर 10-12 दिन बाद रक्त चढ़ता है। उन्हें रक्त की कमी न रहे। इसलिए ही संस्था रक्तदान शिविर में सहयोग कर रही है।