चुनाव के लिए आज से मैदान में उतरेंगे वकील
जिला बार एसोसिएशन के चुनाव के लिए वकीलों ने कमर कस ली है। इस बार मैदान में डटे उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला 1458 वकील करेंगे। सोमवार से नामांकन प्रक्रिया शुरू हो जाएगी और मंगलवार तक जारी रहेगी।
संवाद सहयोगी, जगाधरी : जिला बार एसोसिएशन के चुनाव के लिए वकीलों ने कमर कस ली है। इस बार मैदान में डटे उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला 1458 वकील करेंगे। सोमवार से नामांकन प्रक्रिया शुरू हो जाएगी और मंगलवार तक जारी रहेगी। चुनाव प्रक्रिया शांतिपूर्वक संपन्न करवाने के लिए एडवोकेट सुरेंद्र सिंह रामपुर को रिटर्निंग आफिसर नियुक्त किया गया है। जबकि एडवोकेट भूपिद्र कुमार शांडिल्य को असिस्टेंट रिटर्निंग आफिसर लगाया गया है। हालांकि 17 दिसंबर को सुबह आठ बजे से शाम चार बजे तक का समय मतदान के लिए निर्धारित किया गया है। इसके बाद मतगणना की जाएगी। जिसके आधार पर परिणाम घोषित होंगे।
29 व 30 को नामांकन :
रिटर्निंग आफिसर एडवोकेट सुरेंद्र सिंह ने बताया कि नामांकन के लिए 29 व 30 नवंबर सुबह दस बजे से दोपहर तीन बजे तक का समय निर्धारित किया गया है। जबकि एक दिसंबर को सुबह 11 बजे से दोपहर दो बजे तक छंटनी की जाएगी। दो दिसंबर को सुबह 10 बजे से दोपहर दो बजे तक विड्राल का समय निर्धारित किया गया है। दो दिसंबर को ही दोपहर दो बजे के बाद चुनाव मैदान में डटे प्रत्याशियों की लिस्ट जारी की जाएगी। इसके बाद चुनाव प्रचार शुरू हो जाएगा। उन्होंने बताया कि 17 दिसंबर को सुबह आठ बजे से शाम चार बजे तक बार रूप में मतदान होगा। इसके बाद मतदान की गणना होगी। मतदान के आधार पर बार एसोसिएशन कार्यकारिणी की घोषणा की जाएगी।
वर्ष 2020 में भानू प्रताप के सिर सजा था प्रधानी का ताज :
वर्ष 2020 में एडवोकेट भानू प्रताप के सिर प्रधानी का ताज सजा था। उन्होंने अपने प्रतिद्वंद्वी ब्रजेश सिंह पुंडीर को 402 मतों से हराया था । जबकि वर्ष 2019 में भानू प्रताप 94 मतों से हार गए थे। प्रधान पद समेत जनरल सचिव, संयुक्त सचिव व कैशियर पद पर दो-दो उम्मीद ही चुनाव मैदान में थे। उप प्रधान पर इस बार केवल मोहित छिब्बर का आवेदन आया। उन्हें निर्विरोध चुन लिया गया था । मोहित छिब्बर भी वर्ष 2019 में उपप्रधान के चुनाव में हार गए थे। इस बार उनके सामने कोई प्रतिद्वंद्वी नहीं आया। हरिओम शर्मा भी वर्ष 2019 में संयुक्त सचिव के चुनाव में 15 वोटों से हार गए थे। जबकि वर्ष 2020 में उन्होंने अपने प्रतिद्वंद्वी सुशील कुमार जोहरा को 940 मतों के भारी अंतर से हराया था।