साइट पर ही करना होगा मजदूर के रहने-खाने का इंतजाम, कार्यों की स्टेट्स रिपोर्ट मांगी

नगर निगम एरिया में हो रहे विकास कार्य लॉकडाउन में प्रभावित न हो सके।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 06 May 2021 07:00 AM (IST) Updated:Thu, 06 May 2021 07:00 AM (IST)
साइट पर ही करना होगा मजदूर के रहने-खाने का इंतजाम, कार्यों की स्टेट्स रिपोर्ट मांगी
साइट पर ही करना होगा मजदूर के रहने-खाने का इंतजाम, कार्यों की स्टेट्स रिपोर्ट मांगी

जागरण संवाददाता, यमुनानगर

नगर निगम एरिया में हो रहे विकास कार्य लॉकडाउन में प्रभावित नहीं होंगे। निगम की ओर से सभी ठेकेदारों को निर्देश जारी किए गए हैं कि साइट पर ही मजदूरों के रहने का इंतजाम किया जाए। ताकि लेबर मूवमेंट न करें। इंजीनियरिग ब्रांच ने संबंधित वार्डों के जेई से कार्यों की स्टेट्स रिपोर्ट मांगी है। बता दें कि निगम के सभी वार्डों में कोई न कोई काम चल रहा है। गलियां व नालियां बन रही हैं तो कहीं पार्क का निर्माणाधीन है। 30 ठेकेदार हैं और एक ठेकदार के पास कम से कम 25-30 लोग काम कर रहे हैं।

नगर निगम के विभिन्न वार्डों में इन दिनों 50 करोड़ से अधिक के काम चल रहे हैं। इनमें पार्कों, निकासी, गलियों-नालियों के निर्माण के काम शामिल हैं। तेजली गांव में 50 लाख रुपये की लागत से गलियां व नालियां, वार्ड 11 में 38 लाख रुपये की लागत से तेजली पार्क, डीसी ऑफिस के पीछे इंटरलॉकिग टाइलें बिछाने का काम, वार्ड नौ में गलियां व नालियों का निर्माण सहित अन्य वार्डों में काम चल रहे हैं। इनके अलावा कन्हैया साहिब से जम्मू कालोनी तक पानी की निकासी के लिए पाइप लाइन व अमरूत योजना के तहत भी काम चल रहे हैं।

गाइडलाइन का करना होगा पालन

नगर निगम अधिकारियों के मुताबिक साइट पर ही मजदूरों के रहने व खाने का इंतजाम करना होगा। कोरोना से बचाव के लिए सरकार की गाइडलाइन का पालन करना होगा। मास्क व सैनिटाइजर का इंतजाम करना भी ठेकेदार की जिम्मेदारी होगी। अधिकारियों का प्रयास है कि लेबर के जाने से शहर में चल रहे विकास कार्य प्रभावित न हों। क्योंकि गत वर्ष मार्च माह में लॉकडाउन के कारण लेबर अपने- अपने राज्यों में पलायन कर गई थी। जिसके चलते कई माह तक विकास परियोजनाओं पर काम रुका रहा। इस बार ऐसी स्थिति पैदा न हो, इसलिए यह निर्णय लिया गया है।

ठेकेदारों के लिए चुनौती

साइट पर ही मजदूरों के रहने का इंतजाम करना ठेकेदारों के लिए चुनौती से कम नहीं है। क्योंकि गलियों व नालियों के काम शहर में अधिक चल रहे हैं। यह काम ज्यादा बड़े नहीं है। यहां काम करने वालों की संख्या भी सीमित है। एक ठेकेदार ने बताया कि बड़े प्रोजेक्ट पर काम करने वाली लेबर के रहने व खाने का इंतजाम किया जा सकता है, लेकिन छोटे कामों के लिए मजदूर रोकना मुश्किल है। कई काम पहले ही मजदूर न होने के कारण बंद हो गए हैं। सभी को निर्देश जारी कर दिए हैं

लॉकडाउन के दौरान शहर में विकास कार्य चलते रहेंगे। मजदूरों के रहने व खाने का इंतजाम ठेकेदार को साइट पर ही करना होगा। इस बारे सभी को निर्देश जारी कर दिए गए हैं।

आनंद स्वरूप, एसई, नगर निगम।

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