खुशी उन्नति केंद्र ने उत्तराखंड में कोरोना संक्रमितों के लिए भिजवाएं 100 बेड

समाजसेवी संस्था खुशी उन्नति केंद्र (केयूके) उत्तराखंड के कोरोना संक्रमितों की मदद को आगे आया है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 19 May 2021 07:42 AM (IST) Updated:Wed, 19 May 2021 07:42 AM (IST)
खुशी उन्नति केंद्र ने उत्तराखंड में कोरोना संक्रमितों के लिए भिजवाएं 100 बेड
खुशी उन्नति केंद्र ने उत्तराखंड में कोरोना संक्रमितों के लिए भिजवाएं 100 बेड

जागरण संवाददाता, यमुनानगर :

समाजसेवी संस्था खुशी उन्नति केंद्र (केयूके) उत्तराखंड के कोरोना संक्रमितों की मदद के लिए आगे आए हैं। उत्तराखंड में संस्था की ब्रांच के सदस्यों ने मदद मांगी थी। जिस पर 100 बेड, मास्क, सैनिटाइजर की व्यवस्था की गई है। यह उत्तराखंड के अल्मोड़ा में भेजे गए। मंगलवार को संस्था के अध्यक्ष गौरव चौधरी ने ट्रक को रवाना किया। गौरव चौधरी का कहना है कि उत्तराखंड पहाड़ी क्षेत्र होने की वजह से वहां पर दिक्कत अधिक है। संस्था के सदस्य भी लगातार संपर्क में हैं। वह मदद मांग रहे थे। जिस पर सभी सदस्यों के सहयोग से मदद के लिए बेड की व्यवस्था की गई है।

गत वर्ष जब कोरोना महामारी फैली, तभी से केयूके संस्था के सदस्य समाजसेवा में लगे हुए हैं। गत वर्ष संस्था की ओर से जरूरतमंदों को भोजन, मास्क व सैनिटाइजर वितरित किए गए थे। इस बार कोरोना की दूसरी लहर में बेड की किल्लत बनी। जिसे देखते हुए संस्था ने 100 बेड की व्यवस्था की। गद्दे, तकिए व बेड शीट सहित यह सामग्री उत्तराखंड के अल्मोड़ा में भिजवाई गई। गौरव चौधरी ने बताया कि केयूके संस्था की देश के कई राज्यों में ब्रांचें है। उत्तराखंड की ब्रांच से लगातार बेड़ की डिमांड आ रही थी। इसके लिए वहां की ब्रांच ने अल्मोड़ा प्रशासन से बात भी की थी। अल्मोड़ा में स्वास्थ्य विभाग की ओर से विशेष आइसोलेशन सेंटर बनाया जाएगा। इसके लिए ही यह बेड भेजे गए हैं। इस दौरान अभिषेक, अनिमेश, सुनील श्योरान, हरविद्र ढिल्लो, रुपिद्र कौर, रजनी सोनी, राजेश शर्मा, आंगद, मनदीप, कशिश, गुरचरण, पारस त्यागी, रोहित, रुपम व संदीप का भी सहयोग रहा।

इसलिए लिया गया निर्णय

दरअसल, पहाड़ी क्षेत्रों में लोगों के पास सुविधा पहुंचाने में मैदानी क्षेत्रों की अपेक्षा अधिक समय लगता है। इसलिए ही पड़ोसी प्रदेश में भी संस्था की ओर से मदद की जा रही है। गौरव चौधरी ने बताया कि पहले स्थानीय प्रशासन को भी बेड के लिए अप्रोच किया गया था, लेकिन यहां पर पूरी व्यवस्था होने की वजह से स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने मना कर दिया था। इसी बीच उत्तराखंड से मदद की दरकार आ गई। इसलिए वहां पर सामान भिजवाया गया है। इस आपदा की घड़ी में लोगों को भी एक दूसरे का सहयोग करना चाहिए। साथ ही सरकार के दिशा निर्देशों का पालन करें। जरूरी काम से बाहर जाएं, तो मास्क का प्रयोग अवश्य रूप से करें। तभी इस बीमारी को खत्म किया जा सकेगा।

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