जेल में आने वाले बंदी को कोरोना टेस्ट के बाद रखते हैं 14 दिन के क्वारंटाइन में: जेल एसपी

इस समय कोरोना महामारी चल रही है। लगातार केस बढ़ रहे हैं।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 10 Aug 2020 06:00 AM (IST) Updated:Mon, 10 Aug 2020 06:18 AM (IST)
जेल में आने वाले बंदी को कोरोना टेस्ट के बाद रखते हैं 14 दिन के क्वारंटाइन में: जेल एसपी
जेल में आने वाले बंदी को कोरोना टेस्ट के बाद रखते हैं 14 दिन के क्वारंटाइन में: जेल एसपी

इस समय कोरोना महामारी चल रही है। लगातार केस बढ़ रहे हैं। जज से लेकर बंदी तक कोरोना के शिकार हो चुके हैं। ऐसे में जेल में अधिक एहतियात बरती जा रही है। बंदियों को क्वारंटाइन किया जा रहा है। जिससे अन्य बंदी या कैदी कोरोना से बचे रहे। इसके लिए सभी को सैनिटाइजर भी दिए गए हैं। जेल में उठाए गए कदमों व क्या व्यवस्था है। इस बारे में जेल एसपी संजीव पातड़ से दैनिक जागरण संवाददाता अवनीश कुमार ने बातचीत की। प्रस्तुत हैं बातचीत के अंश- सवाल : कोरोना को लेकर क्या विशेष इंतजाम किए गए हैं। जवाब : कोरोना से बचाव के लिए सभी को एहतियात रखनी चाहिए। जेल में भी विशेष इंतजाम किए गए हैं। बंदियों को कोविड टेस्ट के बाद ही अंदर लिया जा रहा है। जब तक उसकी रिपोर्ट नहीं आती, तब तक क्वारंटाइन में रखा जाता है। इसके लिए अलग से वार्ड बनाया हुआ है। यदि रिपोर्ट नेगेटिव आती है। तब भी बाहर से आने वाले बंदियों को 14 दिन के क्वारंटाइन में रखा जाता है।

सवाल : जेल कर्मियों के लिए किस तरह की व्यवस्था है। जवाब : कोरोना को लेकर जेल कर्मियों के लिए भी यही व्यवस्था की गई है। यदि कोई कर्मी छुट्टी काटकर आता है, तो उसकी पहले कोरोना जांच कराई जाती है। फिर उसे क्वारंटाइन रखा जाता है। हर बंदी व पुलिसकर्मियों के लिए मास्क अनिवार्य है। जेल में मास्क व सैनिटाइजर की व्यवस्था की गई है।

सवाल : जेल में अपराधी मोबाइल चलाते हैं। कई बार मोबाइल पकड़े भी गए। जवाब : जी यह सही है। जब से मैं यहां आया हूं। लगातार चेकिग की गई। दो दर्जन से भी अधिक मोबाइल पकड़े गए। जांच की गई, तो सामने आया कि बाग के रास्ते मोबाइल फेंके जाते हैं। फिलहाल जेल में कोई मोबाइल नहीं चल रहा है। पूरी तरह से सख्ती कर दी गई है। सवाल : जेल में जैमर लगाने की योजना थी।

जवाब : उसका निर्णय हेड ऑफिस से होगा। हमने अपने स्तर पर पूरी तरह से सख्ती बरती हुई है। अब जेल में मोबाइल नहीं चलने दिया जा रहा है। सवाल : कोरोना की वजह से जेल में चल रही फैक्ट्री पर क्या असर पड़ा है। जवाब : फैक्ट्री में कैदी ही कार्य करते हैं। इस समय कोरोना की वजह से कैदियों को पैरोल मिली हुई है। लगातार उनकी पैरोल आगे बढ़ रही है। काम करने वाले कम हैं। निश्चित रूप से इसका असर उत्पादन पर पड़ा है। जब यह कोरोना काल खत्म हो जाएगा, तो पहले की तरह ही फैक्ट्री में फर्नीचर तैयार किया जाने लगेगा।

सवाल : बंदियों या कैदियों के लिए जेल में जगह की कमी तो नहीं। जवाब : जी नहीं, जेल में पर्याप्त जगह है। यहां पर भीड़ की स्थिति बिल्कुल नहीं है।

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