बैंकों में सिक्योरिटी गार्ड होना जरूरी, सुरक्षा का औचक निरीक्षण कर लेंगे जायजा: सुनील चावला

कोई ऐसी वारदात होती है तो बैंकों की सुरक्षा व्यवस्था सवालों के घेरे में आ जाती है। इसके अलावा सरकारी योजनाओं का लाभ देने से काफी बैंक आनाकानी करते हैं।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 06 Jul 2020 05:38 AM (IST) Updated:Mon, 06 Jul 2020 06:10 AM (IST)
बैंकों में सिक्योरिटी गार्ड होना जरूरी, सुरक्षा का औचक निरीक्षण कर लेंगे जायजा: सुनील चावला
बैंकों में सिक्योरिटी गार्ड होना जरूरी, सुरक्षा का औचक निरीक्षण कर लेंगे जायजा: सुनील चावला

जागरण संवाददाता, यमुनानगर : बैंकों और एटीएम में चोरी की कई वारदातें हो चुकी हैं। जब भी कोई ऐसी वारदात होती है तो बैंकों की सुरक्षा व्यवस्था सवालों के घेरे में आ जाती है। इसके अलावा सरकारी योजनाओं का लाभ देने से काफी बैंक आनाकानी करते हैं। कोरोना महामारी के दौरान भी बैंकों के बाहर भीड़ जुट रही है। इससे निपटने और बैंकों की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर बैंकों में क्या प्रबंध किए गए हैं इस पर पंजाब नेशनल बैंक के एलडीएम सुनील चावला से दैनिक जागरण संवाददाता राजेश कुमार ने बातचीत की : सवाल : बैंकों में सुरक्षा को लेकर कोताही क्यों बरती जा रही है?

जवाब : सभी बैंकों को सुरक्षा के पुख्ता बंदोबस्त करने के आदेश दे रखे हैं। बैंक के बाहर सुरक्षा गार्ड होना जरूरी है। फिर भी कुछ बैंक इसमें लापरवाही बरतते हैं। इनका औचक निरीक्षण कर कार्रवाई की जाती है। सभी बैंकों के अंदर और बाहर सीसीटीवी कैमरे चालू होने चाहिए। सवाल : जिले में कुल कितने बैंक हैं?

जवाब : जिले में सरकारी व प्राइवेट दोनों मिलाकर 250 बैंक हैं। इसमें पंजाब नेशनल बैंक व ओबीसी की 47 शाखाएं हैं। सभी बैंकों के 207 एटीएम लगे हुए हैं। सवाल : प्राइवेट बैंकों की सरकारी योजनाओं के तहत लोन नहीं देने की शिकायतें आ रही हैं।

जवाब : यह सही है, प्राइवेट बैंक छोटे लोन देने से मना कर देते हैं। इनका ज्यादा ध्यान पर्सनल और कॉरपोरेट लोन पर ज्यादा रहता है। गत सप्ताह डीसी मुकुल कुमार ने समीक्षा के दौरान प्राइवेट बैंकों को चेतावनी दी थी कि यदि किसी ने लोन देने से मना किया तो उस पर कार्रवाई की जाएगी। सवाल : कोरोना वायरस से निपटने के लिए बैंकों में क्या प्रबंध किए गए हैं?

जवाब : बैंकों के गेट पर ही सैनिटाइजर की व्यवस्था की गई है। एक बार में चार से पांच लोग ही बैंक के अंदर प्रवेश कर सकते हैं। एक दूसरे से शारीरिक दूरी बनाकर रखनी होगी। बिना मास्क किसी को बैंक में प्रवेश करने की अनुमति नहीं है। सवाल : बैंकों के बाहर भीड़ कम करने के लिए क्या योजना है?

जवाब : जितनी भीड़ कम होगी कोरोना वायरस उतना कम फैलेगा। इसके लिए बैंकों ने पोर्टल बनाया है। जिस पर ऑनलाइन घर बैठे ही बैंक में जाने का समय लिया जा सकता है। जो समय दिया जाएगा तभी बैंक में जाना होगा। ऐसा करने से बैंक के बाहर लाइन में नहीं लगना पड़ेगा। सवाल : लॉकडाउन का बैंकों के लोन पर कुछ असर पड़ा है?

जवाब : बैंकों से लोन-लेने और किस्तें चुकाने वालों पर असर पड़ा है। जिन लोगों ने पहले से एमएसएमई के तहत लोन ले रखे हैं। वे 20 फीसद की लिमिट बढ़वा कर दोबारा लोन के लिए अप्लाई कर सकते हैं। सवाल : स्ट्रीट वेंडरों को भी बैंक लोन देगा?

जवाब : नगर निगम क्षेत्र में स्ट्रीट वेंडरों को 10 हजार रुपये लोन देने का प्रावधान है। इसके लिए वेंडरों को निगम के माध्यम से अप्लाई करना होगा। सवाल : लॉकडाउन के कारण लोन चुकाने वालों को क्या सुविधा दी गई है?

जवाब : लॉकडाउन में लोगों की आर्थिक स्थिति को देखते हुए लोन लेने वालों को किस्त भरने में तीन माह तक की छूट दी गई थी। अब किस्त नहीं भरने की समय सीमा बढ़ाकर 31 अक्टूबर 2020 तक कर दी गई है। इसके लिए लोगों को बैंक में बताना होगा कि फिलहाल वे किस्त चुकाने की स्थिति में नहीं हैं। सवाल : इन दिनों किसान क्रेडिट कार्ड के लिए शिविर लगाए जा रहे हैं। यह कहां कहां लगेंगे।

जवाब : पंजाब नेशनल बैंक पशुपालन विभाग के साथ मिलकर खंड स्तर पर शिविर लगा रहा है। इसके अनुसार किसान क्रेडिट कार्ड बनवा कर लोग पशु खरीदने के लिए लोन ले सकते हैं। बिलासपुर में तीन जुलाई को शिविर लग चुका है। आगे छछरौली में छह जुलाई को, जगाधरी में 8, प्रताप नगर में 10, सरस्वती नगर में 13, रादौर में 15 व साढौरा में 17 जुलाई को शिविर लगाया जाएगा।

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