इएसआई में कोविड अस्पताल के लिए ऑक्सीजन प्लांट लगाएगी इस्जेक, 100 ऑक्सीजन सिलेंडर भी देंगे
कोरोना संक्रमितों के लिए आक्सीजन संकट को देखते हुए इस्जेक ऑक्सीजन प्लांट लगाएगी।
राजेश कुमार, यमुनानगर
कोरोना संक्रमितों के लिए आक्सीजन संकट को देखते हुए इस्जेक व सरस्वती शुगर मिल मिलकर इएसआई अस्पताल में आक्सीजन गैस प्लांट लगाएगी। यह प्लांट प्रति मिनट एक हजार लीटर आक्सीजन का उत्पादन करेगा। पीएसए (प्रेशर स्विग एडजाप्सन) तकनीक पर आधारित यह आक्सीजन प्लांट अगले दो माह में लग कर तैयार हो जाएगा। पीएसए तकनीक से लगा प्लांट वायुमंडल से नाइट्रोजन को अलग कर आक्सीजन को निकाल लेता है। वायुमंडल में 21 फीसद आक्सीजन व 78 फीसद नाइट्रोजन होती है। इस प्लांट में तैयार आक्सीजन को गैस सिलेंडरों में रिफिल किया सकेगा।
100 से 125 बिस्तरों पर सप्लाई हो सकेगी आक्सीजन
इस्जेक सरस्वती शुगर मिल के साथ मिलकर सीएसआर-कनेक्ट कार्यक्रम के तहत इएसआई अस्पताल में आक्सीजन प्लांट लगाएगी। इस प्लांट के लगने के बाद जिले में आक्सीजन संकट नहीं रहेगा। क्योंकि, जिला आक्सीजन के मामले में आत्मनिर्भर हो जाएगा। यहां हर समय आक्सीजन की इतनी उपलब्धता रहेगी कि यदि कोरोना की तीसरी लहर भी आ जाए तो मरीजों के लिए बाहर से आक्सीजन नहीं मंगवानी पड़ेगी। प्लांट में तैयार आक्सीजन एक साथ 100 से 125 बिस्तर पर सप्लाई हो सकेगी।
एक करोड़ 68 लाख रुपये खर्च करेगी कंपनी
कोरोना महामारी में जिला प्रशासन की मदद के लिए इस्जेक ने एक करोड़ 68 लाख रुपये की योजना तैयार की है। इसमें से एक करोड़ 18 लाख रुपये आक्सीजन प्लांट पर खर्च होंगे। इसके अलावा इस्जेक 10 किलोग्राम क्षमता वाले 20 तथा पांच किलोग्राम क्षमता वाले 15 आक्सीजन कंसन्ट्रेटर सिविल अस्पताल को देगी। जिन पर 34 लाख रुपये खर्च आएगा। वहीं, सात घन मीटर क्षमता वाले 100 आक्सीजन सिलेंडर भी सिविल अस्पताल यमुनानगर को बहुत जल्द कंपनी देगी। इसके लिए कंपनी ने वर्क आर्डर कर दिया है।
दिनोंदिन बढ़ रही है आक्सीजन की खपत
कोरोना संक्रमण का दायरा बढ़ता जा रहा है। 13 मई तक जिला में 19525 कोरोना पॉजिटिव केस मिल चुके हैं। इनमें से 1483 मरीज घर पर आइसोलेट हैं। फिलहाल 1953 एक्टिव केस हैं। 241 लोगों की कोरोना संक्रमण के कारण मौत हो चुकी है। हालांकि अभी जिले में आक्सीजन संकट नहीं है। परंतु जिस तरह से कोरोना की तीसरी लहर के आने की संभावना जताई जा रही है उसे देखते हुए अभी से तैयारी करनी होगी। कोरोना संक्रमण के बढ़ते केसों के कारण रोजाना जिला में आक्सीजन की खपत पांच मीट्रिक टन तक पहुंच चुकी है। स्वास्थ्य विभाग को मानकपुर इंडस्ट्रियल एरिया से साढ़े तीन एमटी आक्सीजन रोजाना सप्लाई हो रही है। आक्सीजन प्लांट से बड़ी राहत मिलेगी : कुलबीर राणा
इस्जेक के वाइस प्रेसिडेंट कर्नल कुलबीर सिंह राणा ने बताया कि इस्जेक के एमडी आदित्य पुरी, चेयरमैन रणजीत पुरी, सीईओ संजय गुलाटी व सरस्वती शुगर मिल के सीईओ एसके सचदेवा ने मिलकर इएसआई अस्पताल आक्सीजन प्लांट लगाने की योजना बनाई। पूरे प्रोजेक्ट पर एक करोड़ 68 लाख रुपये खर्च होंगे। इस वक्त प्रशासन व सरकार का ध्यान कोरोना महामारी को खत्म करने पर है। इसी को देखते हुए कंपनी द्वारा प्लांट व सिलेंडर देने का निर्णय लिया गया। भविष्य में यदि जरूरत पड़ी तो ओर भी मदद की जाएगी। कंपनी का निर्णय सराहनीय : मुकुल कुमार
डीसी मुकुल कुमार का कहना है कि शहर में आक्सीजन प्लांट लगाना इस्जेक का सराहनीय कदम है। यदि सभी इसी तरह मिलकर इस महामारी का सामना करेंगे तो जल्द ही कोरोना वायरस जड़ से खत्म हो जाएगा।