इस्जेक ने मुक्ति धामों को मुहैया कराई 302 क्विंटल लकड़ी
कोरोना महामारी के दौरान मुक्ति धाम (शमशान घाट) में लोगों के दिए।
जागरण संवाददाता, यमुनानगर : कोरोना महामारी के दौरान मुक्ति धाम (शमशान घाट) में लोगों के अंतिम संस्कार में किसी तरह की दिक्कत न हो इसके लिए इस्जेक कंपनी ने महत्वपूर्ण कदम उठाया है। कंपनी ने शहर के तीन मुक्ति धाम में 302 क्विंटल लकड़ी मुफ्त में मुहैया कराई है। पश्चिमी यमुना नदी किनारे स्थित व तिलक नगर स्थित मुक्ति धाम में 140-140 क्विंटल तथा बाकी लाजपत नगर में लकड़ी दी गई है।
कोरोना महामारी के कारण देशभर में रोजाना काफी लोगों की जान जा चुकी है। दिल्ली समेत अन्य राज्यों में देखने में आया है कि कई मुक्ति धाम में कोरोना संक्रमितों का अंतिम संस्कार करने के लिए परिजनों को लकड़ियां तक नहीं मिल रही हैं। इससे लोगों को अंतिम संस्कार करने में काफी परेशानी हो रही है। ऐसी स्थिति जिला में न हो इसके लिए इस्जेक कंपनी के पदाधिकारियों ने लकड़ी मुहैया कराई है। हालांकि अभी मुक्ति धामों में लकड़ी का संकट नहीं है। एक व्यक्ति के अंतिम संस्कार में औसतन साढ़े तीन क्विंटल लकड़ी की जरूरत पड़ती है।
जरूरत पड़ी तो ओर लकड़ी देंगे : कुलबीर राणा
इस्जेक कंपनी के वाइस प्रेसिडेंट कर्नल (रिटा.) कुलबीर सिंह राणा का कहना है कि इस वक्त पूरे देश पर विपत्ति आई है। ऐसे में हम सभी को एकजुट होकर इस महामारी का सामना करना होगा। मुक्ति धाम में लोगों के अंतिम संस्कार में कोई दिक्कत न हो इसलिए लकड़ी दी गई है। भविष्य में यदि जरूरत पड़ी तो ओर भी लकड़ी मुहैया कराई जाएगी।
पहले दे चुके हैं गैस का टैंकर
इससे पहले इस्जेक ने स्वास्थ्य विभाग को तीन हजार लीटर का आक्सीजन टैंकर दिया था। इस टैंकर के मिलने से स्वास्थ्य विभाग को काफी फायदा हुआ है। जिसकी मदद से अस्पतालों में आक्सीजन पहुंचाने में काफी मदद हो रही है। क्योंकि गत दिनों कई राज्यों में आक्सीजन की कमी से मरीजों की जान चली गई थी। जिसे देखते हुए इस्जेक ने आक्सीजन टैंकर दिया था।