काम पूरा होने से पहले ही खुले इंटरलॉक टाइलों के लॉक, गुणवत्ता पर सवाल

बूड़िया चौक से अग्रसेन चौक तक नेशनल हाईवे दोनों ओर काम पूरा होने से पहले इंटारलाकिंग टादल्स उखड़ गई।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 27 Feb 2021 09:10 AM (IST) Updated:Sat, 27 Feb 2021 09:10 AM (IST)
काम पूरा होने से पहले ही खुले इंटरलॉक टाइलों के लॉक, गुणवत्ता पर सवाल
काम पूरा होने से पहले ही खुले इंटरलॉक टाइलों के लॉक, गुणवत्ता पर सवाल

जागरण संवाददाता, यमुनानगर :

बूड़िया चौक से अग्रसेन चौक तक नेशनल हाईवे दोनों ओर काम पूरा होने से पहले ही इंटरलॉक टाइलों के लॉक खुलने शुरू हो गए हैं। 10 दिन पहले बिछाई गई टाइलें टूटकर गई। अधिकारी इसे जल्दबाजी का परिणाम करार दे रहे हैं। उधर, पार्षद व क्षेत्र के अन्य लोगों ने टाइलों की गुणवत्ता पर सवाल उठाए हैं। बता दें कि इस मार्ग के दोनों ओर 50-50 लाख रुपये की लागत से निकासी के लिए नाले का निर्माण व टाइलें बिछाए जाने कार्य शुरू हुआ है। वन विभाग की ओर से अनापत्ति प्रमाण पत्र न मिलने के कारण यह काम बंद है। नहीं हो रही गुणवत्ता की जांच

टाइलों की गुणवत्ता की जांच का मामला कई बार हाउस की बैठक में उठ चुका है। पार्षदों की मांग पर नगर निगम ने तीन लाख रुपये की लागत से ऑटोमेटिक कांप्रेसिव स्ट्रेंथ मशीन तो जरूर खरीदी, लेकिन यह निगम कार्यालय में धूल फांक रही है। न मौके पर टाइलों की जांच हो रही है और न ही दोयम दर्जे की टाइलों के प्रयोग पर रोकथाम लग पाई। जन प्रतिनिधियों का कहना है कि शुरुआती दौर में टाइलों की गुणवत्ता की जांच जरूर हुई। बाद में जांच करना ही छोड़ दिया।

इंटरलॉकिग टाइलों की अधिक तरजीह

नगर निगम एरिया में कंकरीट की बजाय इंटरलॉकिग टाइलों के प्रयोग को अधिक तरजीह दी जा रही है। सभी वार्डो में अधिकांश सड़कें व गलियां इंटरलॉकिग टाइलों से ही बन रही हैं। हर वार्ड में इन दिनों काम चल रहा है। कहीं सड़क को नए सिरे से बनाया जा रहा है तो कहीं चौड़ाई बढ़ाई जा रही है। यहां तक कि मुख्य मार्गों के किनारे भी इंटरलॉकिग टाइलों का ही प्रयोग हो रहा है। बता दें कि संतपुरा रोड, छोटी लाइन पर गुजराल इन्वर्टर की दुकान के साथ वाली गली, सन्नो चौक से बस स्टैंड, शास्त्री कालोनी सहित अन्य कई सड़कों की शिकायत हो चुकी है। नहीं ली गई थी राय

वार्ड पांच से पार्षद विनय कांबोज का कहना है कि यह काम शुरू करने से पहले उनकी राय नहीं ली गई। अधिकारी मनमर्जी से काम कर रहे हैं। 10 दिन पहले लगी टाइलों का दम निकल गया। उनका कहना है कि इस क्षेत्र में लकड़ी से लदी ट्रालियां आती हैं। इसलिए टाइलों का मजबूत होना जरूरी है। वार्ड आठ से पार्षद विनोद मरवाह का कहना है कि इंटरलॉकिग टाइलों की मौके पर जांच की जानी चाहिए। पूर्व में घटिया किस्म की टाइलों के प्रयोग की शिकायत की जा चुकी है, लेकिन अधिकारियों ने कोई कार्रवाई नहीं की। लंबे इंतजार के बाद अधिकारियों ने मशीन खरीदी। अब इसका सदुपयोग नहीं किया जा रहा है। जल्दबाजी में लगी थीं टाइलें, अब ठीक करा दी गई

टाइलों की गुणवत्ता की जांच कराई जाती है। बूड़िया चौक से लेकर अग्रसेन चौक तक दोनों साइडों में टाइलें बिछाई जानी है। अभी काम शुरू ही हुआ है। गत दिनों जल्दबाजी में टाइलें लगाई गई थी, इसलिए धंस गई। इनको दुरुस्त करवा दिया गया है।

रवि ऑबराय, एक्सइएन, नगर निगम।

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