गेहूं की आवक ने तोड़ा रिकार्ड, गत वर्ष से 70 हजार टन हुई ज्यादा

इस बार गेहूं की रिकार्ड आवक हुई है। जागरण संवाददाता यमुनानगर अनाज मंडियों

By JagranEdited By: Publish:Tue, 11 May 2021 07:38 AM (IST) Updated:Tue, 11 May 2021 07:38 AM (IST)
गेहूं की आवक ने तोड़ा रिकार्ड, गत वर्ष से 70 हजार टन हुई ज्यादा
गेहूं की आवक ने तोड़ा रिकार्ड, गत वर्ष से 70 हजार टन हुई ज्यादा

290609 एमटी गत वर्ष, 360398 टन इस बार हुई आवक जागरण संवाददाता, यमुनानगर : अनाज मंडियों में गेहूं की आवक ने इस बार रिकार्ड तोड़ दिए। गत वर्ष जहां कुल आवक 290609 टन हुई थी वहीं इस बार 360398 एमटी हो चुकी हैं। करीब 70 हजार एमटी अधिक आवक हुई है। हालांकि कोरोना का देखते हुए इन दिनों खरीद बंद है। बावजूद इसके कुछ किसान गेहूं लेकर पहुंच रहे हैं। मतलब आंकड़ों में और भी बढ़ोतरी हो सकती है। प्रति एकड़ पैदावार भी इस बार अच्छी रही है। किसान खुश हैं। किसानों को कहना है कि औसत पैदावार अच्छी रही है, लेकिन मंडियों में बेचने के लिए अधिक मशक्कत करनी पड़ी।

किस मंडी में कितना पहुंचा गेहूं

अनाज मंडी आवक

बिलासपुर 34451 एमटी

छछरौली 49041

गुमथला 6510

जगाधरी 48472

जठलाना 5709

खारवन 6677

प्रतापनगर 6141

सरस्वतीनगर 56707

रादौर 44550

रंजीतपुर 12428

रसूलपुर 10375

साढौरा 23425

यमुनानगर 912 एमटी

कोरोना के कारण खरीद बंद

कोरोना के बढ़ते संक्रमण के चलते गत सप्ताह अनाज मंडियों में खरीद बंद कर दी। हालांकि गेहूं की आवक जारी थी, लेकिन सुरक्षा के मद्देनजर मंडी बंद करने का निर्णय लिया। उधर, अनाज मंडी आढ़ती एसोसिएशन की ओर से गेहूं की खरीद जारी करने की मांग करती आ रही है। जिला प्रधान शिव कुमार संधाला का कहना है कि मंडियों में बचाव के इंतजामों के साथ-साथ गेहूं की खरीद की जा सकती है। जिन किसानों ने गेहूं की फसल की पछेती बिजाई की थी, उन्होंने देरी से फसल काटी है। अब मंडियों में फसल न बिकने के कारण ऐसे किसान परेशान हैं। खरीद सीजन खत्म होने के बावजूद मंडी में कबाड़ के ढेर

संवाद सहयोगी, साढौरा

अनाज मंडी में गेहूं खरीद का काम 15 दिन पहले बंद हो चुका है। बावजूद इसके अभी तक मंडी से कबाड़ उठाया नहीं गया है। मंडी में जगह-जगह कबाड़ के ढेर लगे हुए हैं। जयपाल, अमरनाथ व सुरेश ने बताया कि कबाड़ के ढेरों से उड़ती धूल बाल्मीकि बस्ती के घरों में जम जाती है। जिसके कारण घरों में सफाई करने के बावजूद हमेशा गंदगी ही नजर आती है। इस धूल के कारण लोगों का घरों में रहना दूभर हो गया है। यही नहीं इस धूल के कारण बस्तीवासियों को सांस लेने की दिक्कत, खांसी व जुकाम जैसे रोग हो रहे हैं। मार्केट कमेटी सचिव अफसर ने बताया कि सफाई ठेकेदार को मंडी से दो दिन में कबाड़ साफ करने के निर्देश दे दिए गए हैं।

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