फीस वृद्धि के खिलाफ सड़क पर उतरे अभिभावक, शिक्षा मंत्री ने जांच के लिए बनाई कमेटी

यमुनानगर में निजी स्कूलों द्वारा फीस वृद्धि व वार्षिक चार्ज लिए जाने के विरोध में अभिभावक मंगलवार को सड़क पर उतर आए।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 14 Apr 2021 06:45 AM (IST) Updated:Wed, 14 Apr 2021 06:45 AM (IST)
फीस वृद्धि के खिलाफ सड़क पर उतरे अभिभावक, शिक्षा मंत्री ने जांच के लिए बनाई कमेटी
फीस वृद्धि के खिलाफ सड़क पर उतरे अभिभावक, शिक्षा मंत्री ने जांच के लिए बनाई कमेटी

जागरण संवाददाता, यमुनानगर : निजी स्कूलों द्वारा फीस वृद्धि व वार्षिक चार्ज लिए जाने के विरोध में अभिभावक मंगलवार को सड़क पर उतर आए। उन्होंने सरस्वती विद्या मंदिर स्कूल के सामने धरना प्रदर्शन दिया। इसके बाद शिक्षा मंत्री कंवरपाल गुर्जर को ज्ञापन देने के लिए कूच किया लेकिन पुलिस ने उन्हें रास्ते में ही रोक दिया। इससे खफा होकर अभिभावक गली में ही दरी बिछाकर बैठ गए। बाद में शिक्षा मंत्री ने सभी को आवास पर बुलाया। मंत्री ने बाहर आकर उनकी बात सुनी। उन्होंने एक कमेटी बनाकर ज्यादा फीस लेने वाले स्कूलों की जांच कराने की मांग की।

अभिभावक एडवोकेट साहब सिंह गुर्जर, आशीष मित्तल, जसदीप, विजय कांबोज, जसबीर कांबोज, निरंजन, विजय धीमान, अशोक कुमार ने बताया कि जिले के प्राइवेट स्कूलों ने बच्चों की फीस में 50 फीसद तक वृद्धि कर दी है। इसके अलावा वार्षिक चार्ज भी मांग रहे हैं। जब गत वर्ष कोरोना वायरस के कारण स्कूल बंद रहे तो बच्चों पर कौन सा खर्च किया गया। डीईओ आदेश जारी कर चुकी हैं कि कोई भी स्कूल ट्यूशन फीस के अलावा वार्षिक चार्ज व अन्य खर्च ले सकता, परंतु सेक्टर-18 स्थित स्प्रिंग फिल्ड स्कूल के संचालक मनोरंजन सिंह साहनी व अन्य डीईओ के आदेशों को मानने से साफ इन्कार कर रहे हैं। साहनी प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन के प्रधान भी हैं। आरोप है कि 400 रुपये प्रति बच्चे के हिसाब से सैनिटाइजर के लिए जा रहे हैं। जो अभिभावक गत वर्ष की पूरी फीस अभी तक नहीं दे पाए हैं, उनके बच्चों का रिजल्ट स्कूल ने रोक लिया है। ऐसे स्कूलों के खिलाफ सख्त कार्रवाई कर उनकी मान्यता को रद किया जाए। ज्यादा फीस लेकर अभिभावकों को लूटा जा रहा है। फीस न जमा करने वाले बच्चों को ऑनआइन क्लास रोक दी गई है। सरकार को इनकी मनमानी पर रोक लगानी चाहिए।

अभिभावकों ने स्कूलों के खिलाफ लड़ाई लड़ने के लिए कई संगठन भी बना दिए है। जनता जागरूक मंच का नेतृत्व करने वाले एडवोकेट साहब सिंह गुर्जर का कहना है कि अभिभावक केवल मंच से संपर्क करें। उनके हक की लड़ाई लड़ी जाएगी। वह इस मामले को कोर्ट में ले जाने की तैयारी में हैं।

जांच के लिए कमेटी बनाएंगे : कंवरपाल गुर्जर

शिक्षा मंत्री कंवरपाल गुर्जर ने बताया कि कोई भी स्कूल अधिकतम 10 फीसद बढ़ाकर ही फीस ले सकता है। कई स्कूलों द्वारा ज्यादा फीस लेने की शिकायत अभिभावकों ने दी है। इसकी जांच के लिए एक कमेटी बनाएंगे जो दो-तीन दिन में यह बताएगी कि कौन से स्कूलों ने कितनी फीस और क्यों बढ़ाई है। इसके बाद ही आगामी कार्रवाई करेंगे।

हमने नहीं रोका परिणाम

स्प्रिंग फिल्ड स्कूल के संचालक एवं यमुनानगर पब्लिक स्कूल एसोसिएशन के प्रेसिडेंट मनोरंजन सिंह साहनी का कहना है कि किसी भी बच्चे का रिजल्ट नहीं रोका। बच्चों से अधिक नहीं जायज फीस ली जा रही है। किताबें व अन्य सामान कोई नहीं बेच रहा। अभिभावकों को बहका कर कुछ लोग अपना उल्लू सीधा करना चाहते हैं। उनकी मंशा ठीक नहीं है। वह माहौल खराब करने के पक्षधर है।

chat bot
आपका साथी