डेंगू पर भारी मुनाफाखोरी, फलों के रेट बढ़ाए, टेस्ट के नाम पर वसूली

डेंगू बीमारी को कुछ लोगों ने मुनाफाखोरी के अवसर में बदल दिया है। जिन खाद्य पदार्थो को डेंगू बीमारी में लाभकारी बताया जा रहा है उनके रेट दुकानदारों ने बढ़ा दिए हैं। सप्लाई कम होने की बात कह कर लोगों को महंगे भाव में सामान खरीदने पर मजबूर किया जा रहा है। बाजार में 50 रुपये बिकने वाला नारियल 60 से 70 रुपये कुछ दिन पहले 25 रुपये में बिकने वाला कीवी फल का एक पीस अब 50 रुपये में बेचा जा रहा है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 20 Oct 2021 10:21 PM (IST) Updated:Wed, 20 Oct 2021 10:21 PM (IST)
डेंगू पर भारी मुनाफाखोरी, फलों के रेट बढ़ाए, टेस्ट के नाम पर वसूली
डेंगू पर भारी मुनाफाखोरी, फलों के रेट बढ़ाए, टेस्ट के नाम पर वसूली

जागरण संवाददाता, यमुनानगर : डेंगू बीमारी को कुछ लोगों ने मुनाफाखोरी के अवसर में बदल दिया है। जिन खाद्य पदार्थो को डेंगू बीमारी में लाभकारी बताया जा रहा है उनके रेट दुकानदारों ने बढ़ा दिए हैं। सप्लाई कम होने की बात कह कर लोगों को महंगे भाव में सामान खरीदने पर मजबूर किया जा रहा है। बाजार में 50 रुपये बिकने वाला नारियल 60 से 70 रुपये, कुछ दिन पहले 25 रुपये में बिकने वाला कीवी फल का एक पीस अब 50 रुपये में बेचा जा रहा है। जबकि बकरी का दूध 900 से 1000 रुपये प्रति लीटर बेचा जा रहा है। प्रशासन ने मुनाफाखोरी करने वालों पर अब तक कोई कदम नहीं उठाया है। यदि समय रहते इस दिशा में कोई ध्यान नहीं दिया तो आने वाले समय में उक्त सामान की कीमतों में ओर ज्यादा वृद्धि देखने को मिल सकती है। जिले में डेंगू के 87 केस मिल चुके हैं। डेंगू में इन पदार्थों की मांग ज्यादा :

डेंगू होने पर शरीर में प्लेटलेट्स की मात्रा कम होने लगती है। लोगों का मानना है कि इस बीमारी में कीवी फल, नारियल पानी व बकरी का दूध पीना काफी लाभकारी है। इससे प्लेटलेट्स में बढ़ोतरी होती है। साथ ही शरीर में रोग प्रतिरोध क्षमता भी बढ़ जाती है। यही वजह है कि 15 दिनों से बाजार में कीवी फल व नारियल पानी की मांग बहुत ज्यादा बढ़ गई है। वर्कशाप रोड पर कच्चा नारियल बेचने वाले असीम खान ने बताया कि कुछ दिनों से नारियल पानी की मांग बहुत ज्यादा बढ़ गई है। पीछे से सप्लाई बहुत कम आ रही है। मंडी में ही नारियल का एक पीस 50 से 55 रुपये का पड़ रहा है। वह एक दिन में कम से कम 100 नारियल बेच रहा है। शहर में ही 20 से अधिक जगहों पर नारियल पानी बिक रहा है। बकरी दूध के लिए गांवों में दौड़ :

बकरी का दूध भले ही एक हजार रुपये प्रति लीटर पर पहुंच गया हो लेकिन इसकी मांग दिनोदिन बढ़ती जा रही है। शहर में बकरी पालन करने वाले बहुत कम हैं। इसलिए लोग दूध खरीदने के लिए अब गांवों की ओर रूख कर रहे हैं। काफी लोग ऐसे हैं जो ग्रामीण क्षेत्र में रहने वाले अपने जान पहचान वालों से संपर्क कर बकरी के दूध का इंतजाम करने को कह रहे हैं। डेंगू टेस्ट के वसूल रहे मनमाने रेट :

स्वास्थ्य विभाग ने प्राइवेट लैब के लिए डेंगू टेस्ट के रेट 600 रुपये निर्धारित कर रखे हैं। फिर भी लैब पर लोगों की मजबूरी का फायदा उठाते हुए मनमाने रेट वसूले जा रहे हैं। किसी लैब संचालक ने अपने यहां नहीं लिखा है कि डेंगू टेस्ट का रेट 600 रुपये ले रहे हैं। वर्कशाप रोड निवासी संजीव ने बताया कि उसकी बेटी को बुखार हो गया था। डाक्टर ने डेंगू टेस्ट कराने को कहा। प्यारा चौक के निकट लैब पर गया तो उससे टेस्ट के 1050 रुपये लिए। उसने रुपये ज्यादा होने का कारण पूछा तो कर्मचारी ने कहा कि रेट फिक्स हैं। आपकी मर्जी है नहीं तो टेस्ट कहीं ओर जाकर करवा लो। सप्लाई में कोई कमी नहीं : नंबरदार

सब्जी मंडी यमुनानगर फेज-टू के प्रधान सुरेश नंबरदार का कहना है कि मंडी में कीवी फल व नारियल दिल्ली से आता है। इनकी सप्लाई में तो कोई कमी नहीं आई है। परंतु डेंगू बीमारी के दौरान इनके रेट में काफी बढ़ोत्तरी हो गई है। जिस कारण यह लोगों कों महंगे मिल रहे हैं। पार्षद का आरोप फोगिग के लिए दवा नहीं :

नगर निगम के वार्ड आठ के पार्षद विनोद मरवाह का आरोप है शहर में डेंगू तेजी से फैल रहा है। लेकिन निगम के पास फोगिग कराने के लिए दवा तक नहीं है। वह कई बार दवा के छिड़काव के लिए लिख चुके हैं लेकिन कोई नहीं सुनता। निगम के तमाम बड़े अधिकारी छुट्टियों पर चल रहे हैं। इसलिए दवा खरीदने के लिए सभी एक दूसरे पर जिम्मेदारी डाल रहे हैं।

वहीं छछरौली में जीवनदीप संस्थान की तरफ से डेंगू से बचाव के लिए प्रतापनगर अनाज मंडी, पुलिस थाना व उसके आसपास के एरिया फोगिग कराई। संस्थान के संस्थापक अजय मिश्रा ने बताया कि उनके पास मार्केट कमेटी छछरौली के सचिव संत कुमार ने फोगिग कराने को कहा था। वीरवार को छछरौली अनाज मंडी में फोगिग कराई जाएगी।

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