स्ट्रीट लाइट की खरीद में धांधली के आरोप, लगाते ही हो रही खराब

संवाद सहयोगी, रादौर : नगरपालिका ने तीन सालों में जो भी स्ट्रीट लाइटें कस्बा में लगाई हैं वो

By JagranEdited By: Publish:Fri, 15 Feb 2019 06:46 PM (IST) Updated:Sat, 16 Feb 2019 02:05 AM (IST)
स्ट्रीट लाइट की खरीद में धांधली के आरोप, लगाते ही हो रही खराब
स्ट्रीट लाइट की खरीद में धांधली के आरोप, लगाते ही हो रही खराब

संवाद सहयोगी, रादौर : नगरपालिका ने तीन सालों में जो भी स्ट्रीट लाइटें कस्बा में लगाई हैं वो घटिया किस्म की हैं। लगाते ही खराब हो जाती है। अधिकारी आरैर कर्मचारियों से शिकायतें करते हैं, लेकिन लोगों की कोई नहीं सुनता। लोगों का कहना है कि निगम अधिकारियों ने जो लाइटें लगाई हैं वो घटिया किस्म की हैं। इनकी खरीद में भ्रष्टाचार हुआ है। इसलिए लाइटों की जांच होनी चाहिए। नपा में स्ट्रीट लाइट का ठेका दिया गया है फिर भी लाइट व्यवस्था पूरी तरहा से फेल है। जिसको लेकर शहर के लोगो मे नगरपालिका की कार्यप्रणाली के लिए भारी रोष है।

शहर निवासी मायाराम, देवीचंद, नरेश कुमार और रामकुमार ने बताया कि शहर में स्ट्रीट लाइट व्यवस्था पूरी तरहा से फेल है। नियम के अनुसार शिकायत करने के 48 घंटे के अंदर स्ट्रीट लाइट की शिकायत दूर होनी चाहिए लेकिन ऐसा नहीं हो रहा है। 15-15 दिन स्ट्रीट लाइट की शिकायतें दूर नहीं होती। लोग नगरपालिका में स्ट्रीट लाइट ठीक कराने के लिए कई दिनों तक धक्के खाते हैं। फिर भी समस्या का कोई समाधान नहीं होता। लोगों का कहना है कि ठेकेदारों से मिलकर लोगों की ओर से घटिया स्ट्रीट लाइटें लगाई हैं। इन्हें ठीक भी नहीं किया जाता। स्ट्रीट लाइट ठीक कराने के लिए नपा में एक रजिस्टर लगाया हुआ है। लोग उसमें अपनी स्ट्रीट लाइटों की शिकायत दर्ज कराते हैं फिर भी उनकी शिकायत पर कई कई दिनों तक कोई कार्रवाई नहीं होती। नियम अनुसार 48 घंटे भर स्ट्रीट लाइट ठीक न होने पर ठेकेदार पर 50 रुपये प्रति दिन के हिसाब से जुर्माना लगना चाहिए लेकिन अधिकारियों और ठेकेदार की मिलीभगत के कारण आज तक जुर्माना नहीं लगाया गया है। जिसको लेकर शहर के लोगों में भारी रोष है।

इस बारे एमई विकास धीमान ने कहा कि नपा स्ट्रीट लाइट व्यवस्था को लेकर गंभीर है। यदि समय पर किसी की स्ट्रीट लाइट ठीक नहीं हुई तो ठेकेदार पर जुर्माना किया जाएगा।

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