सिटी स्कैन सेंटर में खेल, मरीज को निजी चिकित्सक से रेफर कराने की सलाह दे रहे कर्मी

सिविल अस्पताल में चल रहे सिटी स्कैन में जांच के नाम पर खेल हो रहा है लोगों का आरोप है कि यहां जांच के लिए पैसे मांगे जाते हैं।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 18 Apr 2021 08:00 AM (IST) Updated:Sun, 18 Apr 2021 08:00 AM (IST)
सिटी स्कैन सेंटर में खेल, मरीज को निजी चिकित्सक से रेफर कराने की सलाह दे रहे कर्मी
सिटी स्कैन सेंटर में खेल, मरीज को निजी चिकित्सक से रेफर कराने की सलाह दे रहे कर्मी

जागरण संवाददाता, यमुनानगर :

सिविल अस्पताल में चल रहे सिटी स्कैन में जांच के नाम पर खेल हो रहा है। मोहडली गांव निवासी अशोक कुमार शनिवार को सिटी स्कैन कराने पहुंचे। सिविल अस्पताल से ही चिकित्सक ने उन्हें सिटी स्कैन के लिए रेफर किया। आरोप है कि यहां पर उनसे 4900 रुपये की मांग की गई। इतना पैसा न होने पर कुछ रियायत देने की बात कही, तो कर्मियों ने उन्हें निजी अस्पताल के चिकित्सक से लिखवाकर लाने के लिए कहा। तभी पैसे कम हो सकेंगे। इस संबंध में पीड़ित ने पीएमओ को शिकायत दी है।

अशोक कुमार का कहना है कि उन्हें पेट का सिटी स्कैन कराना था। इसलिए यहां पर आए, ताकि कम पैसे में जांच हो जाए। सिटी स्कैन सेंटर में निजी अस्पताल से कम पैसा लिया जाना चाहिए था, क्योंकि यहां पर आधी कीमतों के बारे में भी लिखा है। यहां पर बाहर से भी अधिक पैसा मांगा गया। इतना पैसा हमारे पास नहीं था। यदि किसी निजी चिकित्सक के पास जाएंगे, तो वहां पर पहले कम से कम 500 रुपये की पर्ची कटवानी पड़ेगी। इस तरह से तो और खर्चा बढ़ जाएगा। आरोप है कि निजी अस्पतालों से सेंटर संचालकों ने कमीशन बांधा हुआ है। जिस वजह से वह बाहर से रेफर कराने का दबाव बना रहे हैं। मरीज की सुविधा के लिए कहा था

सिटी स्कैन सेंटर के मैनेजर जितेंद्र कुमार का कहना है कि यदि सरकारी अस्पताल से सिटी स्कैन के लिए रेफर किया जाता है, तो सरकार को दस फीसद पैसा जाता है। मरीज के पास पैसा नहीं था। इसलिए उसे निजी अस्पताल से रेफर कराने के लिए कहा था, जिससे उसके कुछ पैसे बच जाए। कई बार ऐसे मरीज आ जाते हैं, जिनकी आर्थिक स्थिति खराब होती है। मदद के तौर पर ऐसे मरीज को सलाह दे देते हैं।

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