चार कमिश्नर व दो एसई बदले, लेकिन पेमेंट नहीं हुई, ठेकेदार ने रोका काम
ठेकेदारों की पेमेंट को लेकर नगर निगम की इंजीनियरिग ब्रांच काफी चर्चाओं में हैं। विकास कार्य किए जाने के बावजूद पेमेंट नहीं हो रही है। जिसके चलते काम रुके पड़े हैं। वार्ड आठ में आंबेडकर भवन का काम करीब दो साल से अधर में हैं। आरोप है कि चार कमिश्नर बदल गए और दो एसई। 19 लाख रुपये का काम किया जा चुका है जबकि अब तक केवल छह लाख 90 हजार रुपये की पेमेंट हुई है। हर स्तर पर शिकायत कर चुके हैं लेकिन पेमेंट नहीं हुई। उधर काम रुकने से डा. भीमराव आंबेडकर चेरिटेबल सोसाइटी के पदाधिकारियों में रोष है।
जागरण संवाददाता, यमुनानगर :
ठेकेदारों की पेमेंट को लेकर नगर निगम की इंजीनियरिग ब्रांच काफी चर्चाओं में हैं। विकास कार्य किए जाने के बावजूद पेमेंट नहीं हो रही है। जिसके चलते काम रुके पड़े हैं। वार्ड आठ में आंबेडकर भवन का काम करीब दो साल से अधर में हैं। आरोप है कि चार कमिश्नर बदल गए और दो एसई। 19 लाख रुपये का काम किया जा चुका है, जबकि अब तक केवल छह लाख 90 हजार रुपये की पेमेंट हुई है। हर स्तर पर शिकायत कर चुके हैं, लेकिन पेमेंट नहीं हुई। उधर, काम रुकने से डा. भीमराव आंबेडकर चेरिटेबल सोसाइटी के पदाधिकारियों में रोष है। 25 लाख खर्च किए जाने की योजना
दरअसल, आंबेडकर पुरम कालोनी में आंबदेकर भवन की ग्राउंड फ्लोर तैयार है। इसकी फर्स्ट फ्लोर पर दर्जन भर से अधिक हाल कमरे, शौचालय, स्टोर आदि बनाए जा रहे हैं। निर्माण कार्य पूरा हो गया। करीब सात लाख रुपये की पेमेंट भी हो चुके हैं। दरवाजे खिड़कियों व रेलिग का काम अभी अधर में है। डा. भीम राव आंबेडकर चेरिटेबल सोसाइटी की ओर से इसकी देखरेख की जा रही है। काम शुरू करवाए जाने की मांग को लेकर कई बार अधिकारियों से मिल चुके हैं। ठेकेदार से भी मिलकर काम शुरू करवाए जाने की मांग की, लेकिन स्थिति ज्यों कि त्यों है।
यह है सोसाइटी की योजना
भवन के फ्स्ट फ्लोर पर डा. भीम राव आंबेडकर चेरिटेबल सोसाइटी की ओर से बच्चों के लिए निशुल्क लाइब्रेरी खोलने की योजना है। ताकि बच्चे यहां बैठकर प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर सकें। लाइब्रेरी के लिए पुस्तके हैं, लेकिन फिलहाल कमरे तैयार नहीं है। यदि कमरे तैयार हो जाएं तो सोसाइटी की ओर से यह सुविधा शुरू की जा सकती है। दूसरा, विभिन्न नौकरियों के लिए आयोजित प्रतियोगी परीक्षाओं में भाग लेने के लिए युवक-युवतियां दूर-दूराज से आती हैं। रात को उनके ठहरने की व्यवस्था भी यहां करने की योजना है। ------
फर्स्ट फ्लोर पर हाल व कमरों का काम अधर में है। ठेकेदार की पेमेंट न होने कारण काम शुरू नहीं हो पा रहा है। हालांकि इस बारे अधिकारियों से मिल चुके हैं, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। काम पूरा न होने के कारण भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। भवन में सामाजिक कार्यक्रम भी होते हैं। यहां लाइब्रेरी शुरू किए जाने की भी योजना है। हम चाहते हैं कि काम पूरा हो ताकि आगामी कार्रवाई की जा सके।
अमरीक सिंह, प्रधान, डा. भीम राव आंबेडकर चेरिटेबल सोसाइटी। ----------
करीब दो साल से पेमेंट अटकी हुई है। 19 लाख रुपये का काम हो चुका है। अब तक करीब सात लाख रुपये की पेमेंट हुई है। उसके बाद चार कमिश्नर बदल चुके हैं। दो एसई बदल गए। अधिकारियों को बिल भी जमा करवा चुके हैं। न कोई आपत्ति लगा रहे हैं और न ही पेमेंट की जा रही है। समझ से परे है कि आखिर दिक्कत कहां है। मुझे काम शुरू करने में कोई आपत्ति नहीं है।बशर्ते उसकी पेमेंट तो की जाए।
रोहताश, ठेकेदार, नगर निगम।