छह साल पहले बंद की गई पेयजल लाइन को खोलना भूला विभाग

खंड के मारवा खुर्द गांव में पेयजल सप्लाई की लीकेज को ठीक करने के लिए जनस्वास्थ्य एवं अभियांत्रिकी विभाग साढौरा के कर्मचारी ठीक करने छह साल पहले आए थे। तब लीकेज तो ठीक नहीं की उल्टा लाइन को ही बंद कर गए।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 24 Oct 2020 05:41 AM (IST) Updated:Sat, 24 Oct 2020 05:41 AM (IST)
छह साल पहले बंद की गई पेयजल लाइन को खोलना भूला विभाग
छह साल पहले बंद की गई पेयजल लाइन को खोलना भूला विभाग

संवाद सहयोगी, बिलासपुर : खंड के मारवा खुर्द गांव में पेयजल सप्लाई की लीकेज को ठीक करने के लिए जनस्वास्थ्य एवं अभियांत्रिकी विभाग साढौरा के कर्मचारी ठीक करने छह साल पहले आए थे। तब लीकेज तो ठीक नहीं की उल्टा लाइन को ही बंद कर गए। तब से गांव के 60 से अधिक घरों को जनस्वास्थ्य विभाग के नलकूप से पीने का पानी नहीं मिल रहा। लोग सबमर्सिबल का शोरायुक्त पानी पी रहे हैं। इस बारे में लोगों ने अधिकारियों व सीएम विडो पर भी शिकायत दी।

मारवा खुर्द निवासी राजीव कुमार, गौरव राणा, जसपाल, मोहन लाल व अन्य ने बताया कि छह साल पहले जब गांव में पेयजल लाइन फिरनी के मोड़ पर लीक हो गई थी। जिससे घरों में गंदा पानी सप्लाई हो रहा था। उसी दौरान पंचायत ने गांव में नाला बनाने का भी काम लगा रखा था। यह नाला पेयजल लाइन के साथ बनाया जा रहा था। विभाग के कर्मचारी लाइन को ठीक करने की बजाय ये कहकर बंद कर गए कि नाला बनाने के बाद दोबारा खोल देंगे। वरना नाला बनाते समय लाइन फिर से टूट जाएगी। इसलिए उन्होंने फिरनी के मोड़ पर पेयजल लाइन पर वॉल लगा दिया था।

तब से लेकर आज तक 60 से अधिक घरों को पीने का पानी नहीं मिला है। राजीव कुमार ने बताया कि नौ माह पहले सीएम विडो पर भी शिकायत दी थी फिर भी अधिकारियों ने लाइन को ठीक नहीं करवाया।

जनस्वास्थ्य एवं अभियांत्रिकी विभाग साढौरा एसडीओ संदीप सिंह ने बताया कि पेयजल लाइन को बंद करने का मामला जानकारी में नहीं है। वह कर्मचारी को गांव में भेज कर इसका पता कराएंगे। यदि लाइन बंद की गई है तो उसे खोला जाएगा।

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