पांच दिवसीय कपालमोचन मेला संपन्न, आखिरी दिन खूब हुई खरीदारी

कार्तिक पूर्णिमा के स्नान के बाद कपालमोचन में आयोजित पांच दिवसीय राज्यस्तरीय मेले का मंगलवार शाम समापन हो गया। इस दौरान श्रद्धालुओं ने कपालमोचन ऋणमोचन और सूरजकुंड सरोवरों में स्नान कर मत्था टेका। इसके बाद श्रद्धालु अपने घर को रवाना हो गए।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 13 Nov 2019 08:10 AM (IST) Updated:Wed, 13 Nov 2019 08:10 AM (IST)
पांच दिवसीय कपालमोचन मेला संपन्न, आखिरी दिन खूब हुई खरीदारी
पांच दिवसीय कपालमोचन मेला संपन्न, आखिरी दिन खूब हुई खरीदारी

जागरण संवाददाता, यमुनानगर : कार्तिक पूर्णिमा के स्नान के बाद कपालमोचन में आयोजित पांच दिवसीय राज्यस्तरीय मेले का मंगलवार शाम समापन हो गया। इस दौरान श्रद्धालुओं ने कपालमोचन, ऋणमोचन और सूरजकुंड सरोवरों में स्नान कर मत्था टेका। इसके बाद श्रद्धालु अपने घर को रवाना हो गए। एक साथ हजारों वाहन सड़क पर आने से बिलासपुर से कपालमोचन तक दोपहर तक जाम लगा रहा। बाहर से आए श्रद्धालुओं के लौटने के बाद मंगलवार को आसपास के गांवों और जगाधरी-यमुनानगर से हजारों लोग मेला देखने पहुंचे। यहां उन्होंने सरोवरों में स्नान किया और दुकानों से जमकर खरीदारी की।

एक दिन पहले ही बंद हो गई प्रदर्शनी

हर साल की तरह इस बार भी मेला में प्रशासनिक खंड के सामने लगाई गई प्रदर्शनी एक दिन पहले ही बंद हो गई। आधी रात को जैसे ही कार्तिक पूर्णिमा का स्नान हुआ प्रदर्शनी में स्टॉल लगाने वालों ने अपना सामान समेटना शुरू कर दिया, जिस कारण स्थानीय लोगों को प्रदर्शनी देखने को नहीं मिली। प्रदर्शनी में विभिन्न विभागों और संगठनों ने 21 स्टॉल लगाए थे। मेला में आए राजीव, प्रदीप कुमार, सोनू ने बताया कि मेला में आखिरी दिन आसपास के लोग यहां आते हैं, परंतु उन्हें कभी भी इस प्रदर्शनी को देखने का मौका नहीं मिलता। प्रदेश सरकार की योजनाएं स्थानीय लोगों के लिए हैं, जब वे ही इनकी जानकारी नहीं ले पाते तो बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए इसे लगाने का क्या फायदा। अंतिम दिन तो प्रदर्शनी पार्किंग में तब्दील हो गई।

श्रद्धालुओं के लिए लगे लंगर

मेले से लौट रहे श्रद्धालुओं के लिए बिलासपुर में नीलकंठ पैलेस, मुख्य बाजार, शिव चौक, पीरुवाला, गुरुद्वारा भेड़थल में लंगर लगाए गए। सुबह सर्दी होने के कारण कई जगह श्रद्धालुओं को चाय पिलाई गई।

मेला शांतिपूर्ण संपन्न हुआ : गिरीश कुमार

एसडीएम बिलासपुर एवं मेला प्रशासक गिरीश कुमार ने बताया कि पांच दिवसीय मेला शांतिपूर्ण संपन्न हो गया। लाखों श्रद्धालुओं ने सरोवरों में स्नान किया और मंदिरों में पूजा की। श्रद्धालुओं, स्थानीय लोगों, अधिकारियों और कर्मचारियों के सहयोग से मेले का आयोजन सफल रहा।

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