मरीजों के लिए संजीवनी साबित हो रही ई-संजीवनी एप

स्वास्थ्य विभाग की आयुष्मान भारत योजना से जुड़ी ई संजीवनी एप योजना लोगों के लिए सही मायनों में संजीवनी साबित हो रही है। यह योजना पीजीआई से गांवों की दूरी कम कर रही है। इस योजना का लाभ जिले के करीब 70 हेल्थ एंड वेलनेस सेंटरों पर मिल रहा है। योजना से जुड़कर लोग अपने गांव में ही पीजीआई के विशेषज्ञों से वीडियो कांफ्रेसिग के माध्यम से बातचीत कर अपनी बीमारी के इलाज के बारे जानकारी हासिल कर सकते हैं।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 06 Dec 2021 05:27 PM (IST) Updated:Mon, 06 Dec 2021 05:27 PM (IST)
मरीजों के लिए संजीवनी साबित हो रही ई-संजीवनी एप
मरीजों के लिए संजीवनी साबित हो रही ई-संजीवनी एप

संवाद सहयोगी, रादौर : स्वास्थ्य विभाग की आयुष्मान भारत योजना से जुड़ी ई संजीवनी एप योजना लोगों के लिए सही मायनों में संजीवनी साबित हो रही है। यह योजना पीजीआई से गांवों की दूरी कम कर रही है। इस योजना का लाभ जिले के करीब 70 हेल्थ एंड वेलनेस सेंटरों पर मिल रहा है। योजना से जुड़कर लोग अपने गांव में ही पीजीआई के विशेषज्ञों से वीडियो कांफ्रेसिग के माध्यम से बातचीत कर अपनी बीमारी के इलाज के बारे जानकारी हासिल कर सकते हैं। योजना का एक फायदा यह भी है कि अगर मरीज विशेषज्ञ डाक्टरों से बातचीत के बाद पीजीआई भी जाना चाहे तो वहां उसका समय खराब नहीं होगा और सीधे उसका ईलाज शुरू हो सकेगा। यह है योजना :

हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर धौलरा के डा. मोहित शर्मा ने बताया कि ई संजीवनी योजना सरकार की आयुष्मान भारत योजना से जुड़ी हुई है। योजना के अनुसार अगर कोई भी व्यक्ति अपनी बीमारी को लेकर चंडीगढ़ पीजीआई के डाक्टरों से सलाह मशवरा लेना चाहता है तो वेलनेस सेंटर के माध्यम से पीजीआई के डाक्टरों से बातचीत कर सकता है। इस पर डाक्टर न केवल उसकी बीमारी को समझ कर आगे के इलाज के बारे जानकारी देंगे बल्कि बिमारी से संबंधित टेस्ट व दवाइयों की पर्ची भी इसी माध्यम से मरीज को उपलब्ध करवा देंगे। जिसके बाद मरीज अपनी सुविधा अनुसार या तो आसपास के अस्पतालों में या फिर चंडीगढ़ जाकर अपना इलाज सुचारू करवा सकेगा। चंडीगढ़ जाने पर उसे ज्यादा परेशान भी नहीं होना पड़ेगा। गांवो में बने हेल्थ एंड वेलनेस सेंटरों से जुड़ी है योजना :

ई संजीवनी योजना को हेल्थ एंड वेलनेस सेंटरों से जोड़ा गया। योजना का लाभ लेने के लिए मरीज को इन सेंटरों पर जाना होगा और अपनी बीमारी से संबंधित जानकारी वहां तैनात डाक्टर को देनी होगी। जिसके बाद अगर डाक्टर जरूरी समझेगा तो उसकी बातचीत इस एप के माध्यम से पीजीआई के डाक्टरों से करवाएगा। इस प्रकार मरीज अपने गांव में बैठे बैठे पीजीआई के डाक्टरों से जुड़ जाएगा। फिलहाल इन बीमारियों के मरीजों को मिल रही है सुविधा :

डा. मोहित शर्मा ने बताया कि शुरूआत में ईएनटी, गाइनी, बच्चों से संबंधित बीमारी, मेडिसन व आंखों से संबंधित बिमारी के मरीजों को इस योजना का लाभ मिल पा रहा है। इन बीमारियों से संबंधित मरीज इस एप का लाभ लेते हुए चंडीगढ़ में बैठे विशेषज्ञ डाक्टर से बातचीत कर सकते है। उम्मीद है कि भविष्य में इन सुविधाओं को बढ़ाया जाएगा। 63 वर्षीय सोहन लाल ने की पीजीआई के डाक्टर से बातचीत :

धौलरा निवासी सोहनलाल पिछले काफी समय से गले की बीमारी से पीड़ित है। जिसको लेकर वह सोमवार को धौलरा के हैल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर पहुंचा। जहां डा. मोहित शर्मा ने उसकी बीमारी से संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लेना जरूरी समझा तो उसकी बात संजीवनी एप के माध्यम से चंडीगढ़ पीजीआई के विशेषज्ञ डाक्टर से करवाई। जिसके बाद डाक्टर से उसे कुछ जरूरी टेस्ट करवाने के निर्देश दिए। अब सोहनलाल इन टेस्ट के लिए या तो चंडीगढ़ जा सकता है या फिर अपने नजदीक ही यह टेस्ट करवाकर इसी ऐप के माध्यम से डॉक्टर को दिखा पाएगा। तब उसका यही से इलाज भी संभव हो सकेगा।

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