बदहाल पड़े स्वास्थ्य केंद्रों की हालत सुधारने की कवायद, विभाग ने मांगा बजट
जिले में कई स्वास्थ्य केंद्रों का भवन बदहाल हो चुका है। अब इनको सुधारने की कवायद स्वास्थ्य विभाग की ओर से की जा रही है। पहले चरण में 11 उप स्वास्थ्य केंद्रों के भवनों में कार्य कराने के लिए प्रस्ताव भेजा गया है। जिससे इस वित्त वर्ष में इन भवनों में होने वाले कार्य के लिए बजट मिल सके।
जागरण संवाददाता, यमुनानगर : जिले में कई स्वास्थ्य केंद्रों का भवन बदहाल हो चुका है। अब इनको सुधारने की कवायद स्वास्थ्य विभाग की ओर से की जा रही है। पहले चरण में 11 उप स्वास्थ्य केंद्रों के भवनों में कार्य कराने के लिए प्रस्ताव भेजा गया है। जिससे इस वित्त वर्ष में इन भवनों में होने वाले कार्य के लिए बजट मिल सके। इसके साथ ही चार सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों की नई बिल्डिग बनाने के लिए भी बजट का प्रस्ताव भेजा गया है। सिविल सर्जन डा. विजय दहिया का कहना है कि भवनों के निर्माण कार्य के लिए बजट मांगा गया है। जल्द ही यह बजट मिल जाएगा। इसके बाद आगे की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। जिले में 113 उप स्वास्थ्य केंद्र हैं। इनमें से कई के भवनों की हालत काफी खराब है। काफी समय से इन भवनों की मरम्मत की दरकार है। अब इनकी सुध विभाग ने ली है। चमरौड़ी, गूंदियाना, गढ़ी गौसाई, हंगौली, काठवाला, अलीशेरपुर, हरौली, डारपुर, ताहरपुर, मलिकपुर खादर व लाक्कड़ में बने उप स्वास्थ्य केंद्रों के भवन काफी खस्ताहाल में है। इसलिए ही विभाग ने इन्हें प्राथमिकता में लेते हुए निर्माण कार्य कराने के लिए बजट का प्रस्ताव रखा है। बजट मिलने के बाद इन केंद्रों के भवनों की स्थिति सुधरेगी और यहां पर मरीज भी पहुंचने लगेंगे। जिससे आसपास क्षेत्र के मरीजों को फायदा होगा, क्योंकि इस समय ई संजीवनी भी चलाया जा रहा है। इसमें उप स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्सक के पास यदि किसी अन्य बीमारी का मरीज आ जाए, तो उसके लिए वह विशेषज्ञ से भी ओपिनियन ले सकते हैं। इस ओपिनियन के आधार पर वह मरीज को दवाई दे सकते हैं। इन सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों का बनेगा भवन :
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र साढौरा, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र नाहरपुर, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र कलानौर व रसूलपुर के भवन भी काफी खराब हो चुके हैं। इसलिए स्वास्थ्य विभाग ने इन केंद्रों के भी नए भवन के लिए बजट का प्रस्ताव भेजा है। बजट आवंटित होते ही इन भवनों के लिए भी कार्य शुरू हो जाएगा। नया भवन बनने से इन केंद्रों पर सुविधा बढ़ेगी। जिससे मरीजों को फायदा होगा।