कोरोना महामारी का असर, रक्त की कमी से जूझ रहे ब्लड बैंक

कोरोना महामारी का असर ब्लड बैंकों पर भी पड़ा है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 14 Jun 2021 07:46 AM (IST) Updated:Mon, 14 Jun 2021 07:46 AM (IST)
कोरोना महामारी का असर, रक्त की कमी से जूझ रहे ब्लड बैंक
कोरोना महामारी का असर, रक्त की कमी से जूझ रहे ब्लड बैंक

जागरण संवाददाता, यमुनानगर : कोरोना महामारी का असर ब्लड बैंकों पर भी पड़ा है। रक्तदान शिविर भी इस समय नहीं लग रहे हैं। जिस वजह से ब्लड बैंकों में रक्त का कमी बनी हुई है। फिलहाल सरकारी अस्पताल में सर्जरी बंद है। ऐसे में रक्त की अधिक जरूरत नहीं पड़ रही है। जिले में थैलेसीमिया के बच्चों की संख्या 90 है। इनके लिए आपूर्ति सुनिश्चित की जा रही है। जिले में एक सरकारी व छह निजी ब्लड बैंक है। सभी में रक्त की कमी है। सबसे ज्यादा नेगेटिव ब्लड ग्रुप की कमी है। सरकारी ब्लड बैंक की बात करें, तो इसकी क्षमता 1200 यूनिट की है। इस समय यहां पर 300 यूनिट ब्लड उपलब्ध है। निजी ब्लड बैंकों की क्षमता 800 यूनिट है। लेकिन इनमें कम ही स्टाक है।

शिविर नहीं लग रहे, स्वैच्छिक हो रहा रक्तदान

कोरोना की दूसरी लहर के बाद से रक्तदान शिविरों पर रोक लग गई। जिसका असर ब्लड बैंकों पर पड़ा। रक्तदान शिविर न लगने से रक्त एकत्र नहीं हो सका। हालांकि स्वास्थ्य विभाग ने ब्लड डोनरों को स्वैच्छिक रक्तदान करने का अनुरोध किया। जिससे ब्लड देने के इच्छुक लोग एक-एक कर ब्लड बैंक में आकर रक्तदान कर सकते हैं। इस तरह से रक्त एकत्र किया जा रहा है। जरूरतमंद मरीजों को सामाजिक संस्थाओं के आग्रह पर डोनर रक्तदान कर रहे हैं। एक यूनिट से चार मरीजों को मिलता है जीवनदान

रक्त की कमी से जूझ रहे मरीज के लिए रक्त की एक बूंद भी संजीवनी का काम करती है। एक रक्तदाता से एक बार में 350 मिलीग्राम खून लिया जाता है। एक यूनिट ब्लड से चार मरीजों की जान बचाई जा सकती है। इससे प्लाज्मा, प्लेटलेट्स, आरबीसी और क्रायो का एक-एक यूनिट मिलता है। तीन महीने के अंतराल पर ही रक्तदान करना चाहिए। रक्तदान से हुई खून की कमी 24 घंटे में पूरी हो जाती है। रक्तदाता के शरीर में खून बनने की प्रक्रिया तेज होती है। रक्तदान पूर्व की जांच से शरीर की स्थिति का पता चलता है। साल में एक बार रक्तदान न करने वालों के खून का दान योग्य अंश स्वत: नष्ट हो जाता है। यह है स्थिति :

ब्लड ग्रुप-सरकारी ब्लड बैंक

ए पाजिटिव-40

बी पाजिटिव-137

ओ पाजिटिव-98

एबी पाजिटिव-12

ए नेगेटिव-01

बी नेगेटिव-00

ओ नेगेटिव-07

एबी नेगेटिव-01 कोट्स :

सिविल अस्पताल ब्लड बैंक की प्रभारी डा. निशा ने बताया कि फिलहाल रक्त को लेकर कोई इमरजेंसी नहीं है। कुछ शिविर भी लगे हैं। वहां से रक्त मिल रहा है। इसके साथ ही डोनर अलग-अलग कर रक्तदान करने के लिए आ रहे हैं। जिससे कोई दिक्कत नहीं आ रही है। अभी सर्जरी बंद है। इसलिए अधिक जरूरत नहीं पड़ रही है। थैलेसीमिया, एनीमिया, गर्भवती, स्किल सेल जैसी बीमारी के मरीजों को ब्लड दिया जा रहा है।

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