सड़कों पर नहीं रिहायशी क्षेत्र में पहुंचा गोवंश, अधिकारियों को नहीं परवाह

सड़कों पर घूम रहा बेसहारा गोवंश और जिलेवासियों की प्रशास

By JagranEdited By: Publish:Sun, 27 Sep 2020 05:10 AM (IST) Updated:Sun, 27 Sep 2020 05:10 AM (IST)
सड़कों पर नहीं रिहायशी क्षेत्र में पहुंचा गोवंश, अधिकारियों को नहीं परवाह
सड़कों पर नहीं रिहायशी क्षेत्र में पहुंचा गोवंश, अधिकारियों को नहीं परवाह

जागरण संवाददाता, यमुनानगर :

सड़कों पर घूम रहा बेसहारा गोवंश और जिलेवासियों की प्रशासन को कतई भी चिता नहीं है। सबसे बुरा हाल नगर निगम के अधिकारी व कर्मचारियों का है। बेसहारा गोवंश सड़कों से रिहायशी कालोनियों में पहुंच रहे हैं। अधिकारी इनको संरक्षण देने के बजाए हाथ पर हाथ धरे बैठे हुए हैं। ग्रामीण क्षेत्र के लोग भी बेसहारा गोवंश से परेशान हैं। फसलों में नुकसान हो रहा है। हर तरह से इस समस्या की ठोस हल के लिए आवाज उठा रही है।

योजना नहीं हमारी मदद करें अधिकारी :

गउ संवर्धन न्यास के अध्यक्ष रोहित चौधरी का कहना है कि जिले में चार हजार एकड़ गो चरान की है। अधिकारियों की सुस्ती के चलते अधिकतर जमीन पर अवैध कब्जे है। इस बारे में कई दफा ज्ञापन भी दिया जा चुका है। लेकिन कोई भी अधिकारी इस बात को गंभीरता से नहीं ले रहा है। इसी का नतीजा है कि गोवंश आज सड़क पर है। सड़क हादसे में घायल गोवंशों को भी प्रशासन ठीक से उपचार नहीं करा पा रहा है। इसके लिए भी सामाजिक संस्थाओं को भाग दौड़ करनी पड़ रही है। उनका कहना है कि यदि अधिकारी कोई योजना नहीं बना पा रहे हैं तो सामाजिक संस्थाओं की मदद करें। उनको जरूरत का सामान उपलब्ध करवाएं।

बैठक से आगे नहीं बढ़ी योजना

एडीसी रणजीत कौर ने नौ सितबर को पशुपालन, पीडब्ल्यूडी, नगर निगम व पंचायत अधिकारियों की गो संरक्षण के संबंध में बैठक बुलाई थी। इसमें गो संरक्षण के लिए काफी चर्चा भी हुई। कई तरह के योजनाओं का खाका भी तैयार किया गया, लेकिन खाके के आगे धरातल पर इस दिशा में अभी तक कोई ठोस कदम उठाता हुआ नजर नहीं आ रहा है। केवल जगाधरी शहर से नगर निगम की टीम अभी तक 54 गोवंशों को पकड़ कर गोशाला भेज पाई है। उसके ज्यादा अभी सड़क पर है।

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