नशा छोड़ने वाले युवाओं को सही राह दिखा रही पुलिस की नशा मुक्ति मुहिम

पुलिस की ओर से नशा मुक्ति मुहिम के तहत शुरू किया गया सही राह अभियान गति पकड़ रहा है। मंगलवार को रिव्यू बैठक के दौरान 12 और नए मरीज सामने आए हैं। जो नशा छोड़ने के लिए तैयार है। पुलिस अब इन युवाओं का इलाज कराएगी। जिससे वह नशे को पूरी तरह से छोड़ दे।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 07 Dec 2021 06:25 PM (IST) Updated:Tue, 07 Dec 2021 06:25 PM (IST)
नशा छोड़ने वाले युवाओं को सही राह दिखा रही पुलिस की नशा मुक्ति मुहिम
नशा छोड़ने वाले युवाओं को सही राह दिखा रही पुलिस की नशा मुक्ति मुहिम

जागरण संवाददाता, यमुनानगर : पुलिस की ओर से नशा मुक्ति मुहिम के तहत शुरू किया गया सही राह अभियान गति पकड़ रहा है। मंगलवार को रिव्यू बैठक के दौरान 12 और नए मरीज सामने आए हैं। जो नशा छोड़ने के लिए तैयार है। पुलिस अब इन युवाओं का इलाज कराएगी। जिससे वह नशे को पूरी तरह से छोड़ दे। मंगलवार को एसपी कार्यालय में इस संबंध में बैठक हुई। एसपी कमलदीप गोयल ने बताया कि कलेसर मठ में पहला कैंप लगाया गया था। जिसमें आठ युवक शामिल हुए थे। वहां से यह युवक सही होकर निकले हैं। फिलहाल 12 और युवकों के साथ पुलिस लाइन में कैंप चल रहा है। कुछ और युवक इस कैंप में जाने के लिए तैयार हैं। जहां तक तस्करी पर रोक की बात है, तो एंटी नारकोटिक्स सेल की टीम ने पिछले दिनों काफी अच्छी रिकवरी की है। काफी तस्करों को पकड़ा गया है। जिसका असर भी दिख रहा है। हमीदा में 400 से 500 ड्रग एडिक्ट : शहर में हमीदा कालोनी, आजादनगर व शांति कालोनी में स्मैक के नशे की लत के शिकार अधिक लोग है। इसके लिए पुलिस विभाग की ओर से समाजसेवी संगठनों को साथ लेकर सर्वे किया गया है। जिसमें करीब 500 युवक ऐसे मिले हैं, जो नशे की लत के शिकार है। सर्वे के दौरान 100 ऐसे युवा सामने आए हैं, जो इस लत से छुटकारा पाना चाहते है। उनका भी अब पुलिस की ओर से इलाज कराया जाएगा। एसपी ने कहा कि टीम और समाज नशा रोगियों को बुरी नजर से नहीं देख रही। अगर जाने अनजाने उनसे कोई अपराध भी हो गया तो पुलिस उन्हें माफ करने के लिए तैयार है। बस नशा रोगी ठीक रहने चाहिए। जो अपराध उन्होंने किया वह गलत संगत के कारण किया। अब पुलिस का उद्देश्य है कि यह युवा नशा छोड़कर अपने परिवारों के बीच ठीक तरह से रहे।अब तक ड्रग डी एडिक्शन हेल्पलाइन पर 262 काल आ चुकी है। 192 नशा रोगियों का इलाज चल रहा है।

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