इस साल आठ राजकीय माडल स्कूलों में सीबीएसई से पढ़ाई का सपना होगा पूरा

लोगों ने कभी सोचा भी नहीं होगा कि उनके बच्चे राजकीय स्कूलों में अंग्रेजी माध्यम में पढ़ाई कर पाएंगे। वह भी सीबीएसई से मान्यता प्राप्त स्कूल में। यह सपना तीन माह बाद पूरा हो जाएगा जब एक अप्रैल से बच्चे सीबीएसई से मान्यता प्राप्त राजकीय माडल स्कूलों में पढ़ाई करेंगे।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 13 Jan 2021 06:40 AM (IST) Updated:Wed, 13 Jan 2021 06:40 AM (IST)
इस साल आठ राजकीय माडल स्कूलों में सीबीएसई से पढ़ाई का सपना होगा पूरा
इस साल आठ राजकीय माडल स्कूलों में सीबीएसई से पढ़ाई का सपना होगा पूरा

जागरण संवाददाता, यमुनानगर : लोगों ने कभी सोचा भी नहीं होगा कि उनके बच्चे राजकीय स्कूलों में अंग्रेजी माध्यम में पढ़ाई कर पाएंगे। वह भी सीबीएसई से मान्यता प्राप्त स्कूल में। यह सपना तीन माह बाद पूरा हो जाएगा जब एक अप्रैल से बच्चे सीबीएसई से मान्यता प्राप्त राजकीय माडल स्कूलों में पढ़ाई करेंगे। जिला के आठ में से सात राजकीय माडल संस्कृति सीनियर सेकेंडरी स्कूलों को सीबीएसई से मान्यता मिल चुकी है। केवल साढौरा के राजकीय स्कूल को सीबीएसई से मान्यता मिलनी बाकी है। उम्मीद है इसी माह इस स्कूल को भी मान्यता मिल जाएगी। शिक्षा विभाग को अब सीबीएसई से दाखिले का शेड्यूल जारी होने का इंतजार है।

सरकार ने साल 2020 में छछरौली, जगाधरी, रादौर, साढौरा, बूड़िया, यमुनानगर के कैंप व सरस्वती नगर के राजकीय सीनियर सेकेंडरी स्कूलों को आदर्श संस्कृति स्कूलों का दर्जा दिया था। जबकि बिलासपुर के राजकीय स्कूल को पहले ही आदर्श संस्कृति का दर्जा मिला हुआ है। इसके बाद से ही इन्हें सीबीएसई से मान्यता दिलाने की कवायद चल रही थी। इनमें से साढौरा को छोड़ कर बाकी सात स्कूलों को मान्यता मिल चुकी है। सरकार अब प्राइवेट स्कूलों को टक्कर देने के इरादे से प्रत्येक ब्लाक में माडल स्कूल खोल रही है। इनमें पहली से 12वीं कक्षा तक के बच्चों को अंग्रेजी में ही पढ़ाया जाएगा। स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों को बहुत कम फीस देनी होगी। जबकि प्राइवेट स्कूल में यही फीस हजारों रुपये होती है। 125 गांवों के छात्रों को होगा फायदा

बिलासपुर के राजकीय आदर्श संस्कृति विद्यालय को सीबीएसई की मान्यता मिलने से खंड के 125 गांवों के हजारों बच्चों को लाभ मिलेगा। इसके साथ-साथ स्कूल मे विकास होगा। ग्रामीण स्तर के बच्चे भी राजकीय स्कूल में अंग्रेजी माध्यम में शिक्षा ग्रहण करेंगे। अभिभावक व कस्बावासी स्कूल में अध्यापकों को बंधाई देने के लिए पहुंचने लगे हैं। स्कूल के कार्यवाहक प्रिसिपल शीलचंद ने बताया कि इसी वर्ष 2021 में पहली अप्रैल से अंग्रेजी माध्यम से सीबीएसई के अंतर्गत कक्षाएं शुरू हो जाएंगी। 11वीं कक्षा के लिए अप्रैल से सभी संकाय का दाखिला शुरू हो जाएगा। समाजसेवी पंकुश खुराना ने कहा कि अभिभावकों की इच्छा होती है कि वह अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा दिलाएं। अब वह इसका लाभ उठा सकेंगे। --- सात मॉडल स्कूलों को सीबीएसई से मान्यता मिल गई है। बच्चे अंग्रेजी माध्यम में बहुत कम फीस पर पढ़ाई कर पाएंगे। सरकार इन स्कूलों में सभी सुविधाएं मुहैया कराएगी। यह इस वर्ष का बच्चों को बहुत बड़ा तोहफा होगा।

- नमिता कौशिक, जिला शिक्षा अधिकारी।

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