बदलते मौसम में स्वास्थ्य के प्रति रहें सजग, टीकाकरण में करें सहयोग : डा. शमा प्रवीण
मौसम बदल रहा है। खांसी-जुकाम व बुखार के मरीजों की संख्या में काफी बढ़ोतरी हो रही है।
मौसम बदल रहा है। खांसी-जुकाम व बुखार के मरीजों की संख्या में काफी बढ़ोतरी हो रही है। कोरोना भी खूब डरा रहा है। हर दिन संक्रमित मरीजों की संख्या 100 का आंकड़ा पार रही है। बचाव को लेकर विभागीय स्तर क्या-क्या प्रयास किए जा रहे हैं। बदलते मौसम में हम स्वस्थ कैसे रह सकते हैं। विभाग की ओर से दी जा रही सुविधाओं को लेकर बिलासपुर से संवाद सहयोगी पंकज बतरा ने एसएमओ डा. शमा प्रवीण से बातचीत की। बातचीत के अंश इस प्रकार हैं :-
सवाल : मौसम के बदलते दौर में बीमार होने से कैसे बचाव हो सकता है।
जवाब : मौसम के बदलते ही वृद्धों व बच्चों के बीमार होने का खतरा बढ़ जाता है। खांसी जुकाम व बुखार के मरीजों की संख्या बढ़ जाती है। इसके साथ एलर्जी के मरीजो को भी दिक्कतों का समना करना पड़ता है। मौसम के बदलते ही परिवार के बुर्जगों व बच्चों को ठंडी चीजों को खाने से मना करें। फसल सीजन शुरू होते ही मौसम में धूल कण की मात्रा बढ़ जाती है। ऐसे मौसम में स्वास्थ्य के प्रति सजग रहने की आवश्यकता होती है। बाजार में खुले मे रखी वस्तुएं को खाने से परहेज करे। फास्ट फूड से दूरी बनाए रखें। सवाल : कोरोना से बचाव के लिए अधिक से अधिक लोगों को वैक्सीन लगाने के लिए क्या प्रयास किए जा रहे हैं।
जवाब : कोरोना वैक्सीन लगाने को लेकर स्वास्थ्य विभाग की टीम जिस गांव में वैक्सीन लगानी होती है, उस गांव में एक दिन पहले गांव के सरपंच, नंबरदार व मौजिज लोगों से मिलते हैं। मुनादी की जाती है ताकि अधिक से अधिक ग्रामीण वैक्सीन लगवाने के लिए पहुंचें। अधिकतर गांवो में वैक्सीन लगाने का कार्य किया जा रहा है। स्वास्थ्य केन्द्र में प्रतिदिन सुबह नौ बजे से शाम चार बजे तक वैक्सीन लगाने का कार्य स्वास्थ्य विभाग की टीम कर रही है। सवाल : रमजान माह से पूर्व टीकाकरण किस प्रकार से किया जाएगा।
जवाब : रमजान के मौसम में अधिकतर ग्रामीण किसी भी प्रकार के टीकाकरण से परहेज करते हैं। स्वास्थ्य विभाग का प्रयास रहेगा कि रमजान महीना के शुरू होने से पहले ही जिन गांवों में मुस्लिम समुदाय के लोग अधिक संख्या में हैं, उन गांवों में वैक्सीनेशन का काम पूरा कर लिया जाए, ताकि वैक्सीन अभियान नियमित रहे। सवाल : गर्भवती महिलाओं के स्वास्थ्य को लेकर क्या प्रयास हैं।
जवाब : सप्ताह के प्रति वीरवार गर्भवती महिलाओं का स्वास्थ्य केंद्र पर स्वास्थ्य जांचा जाता है। उनके सभी तरह के टेस्ट किए जाते हैं। इसके अलावा प्रत्येक माह की नौ तारीख को अल्ट्रासाउंड कर जांच की जाती है। सवाल : किशोर स्वास्थ्य जागरूकता के लिए कौन से कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं।
जवाब : किशोर स्वास्थ्य जागरूकता को लेकर स्वास्थ्य विभाग के सलाहकार डा. श्वेता व संदीप कुमार गांवों के सरकारी व निजी स्कूलों में जाकर बच्चों को उनके शरीर में होने वाले परिवर्तन व समस्याओं से निजात दिलाने के लिए मार्गदर्शन करते हैं। बच्चों की समस्याओं के समाधान के लिए मित्रता क्लीनिक भी बनाया गया है। यहां आकर बच्चे परामर्श ले सकते हैं। सवाल : कोरोना बचाव के लिए क्या कदम उठाए जा रहे हैं।
जवाब : कई दिनों से अचानक कोरोना के बढ़ते केसों को देखते हुए लोगों से आह्वान किया जा रहा है कि आवश्यकता पड़ने पर ही या स्थिति गंभीर होने पर ही अस्पताल केंद्र उपचार के लिए आएं। हल्की खांसी, जुकाम, बुखार के उपचार के लिए फोन के माध्यम से चिकित्सकों से परामर्श लें। कोविड के नियमों को पालन सही प्रकार से करें। सवाल : खानपान को लेकर किस प्रकार की हिदायतों का पालन करना चाहिए।
जवाब : बदलते मौसम के अनुसार ही खान-पान में थोड़ा बदलाव करना जरूरी है। अभी गर्मी का मौसम पूरी तरह से नही आया है। ठंडे पेय पदार्थाें का सेवन करने से बचे। पौष्टिक आहार लें। शरीर को पूरी तरह से ढकने वाले कपड़े पहने।