स्पेशलिस्ट कैडर बनाने व पीजी पालिसी में संशोधन की मांग को लेकर 13 को हड़ताल पर रहेंगे डाक्टर

स्वास्थ्य विभाग में सीधे एसएमओ की भर्ती पर रोक लगाने स्पेशलिस्ट कैडर बनाने व पीजी पोलिसी में संशोधन की मांग को लेकर डाक्टरों ने मोर्चा खोल दिया है। हरियाणा सिविल मेडिकल सर्विसिस एसोसिएशन के बैनर तले डाक्टर 13 दिसंबर को हड़ताल पर रहेंगे।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 08 Dec 2021 06:44 PM (IST) Updated:Wed, 08 Dec 2021 06:44 PM (IST)
स्पेशलिस्ट कैडर बनाने व पीजी पालिसी में संशोधन की मांग को लेकर 13 को हड़ताल पर रहेंगे डाक्टर
स्पेशलिस्ट कैडर बनाने व पीजी पालिसी में संशोधन की मांग को लेकर 13 को हड़ताल पर रहेंगे डाक्टर

जागरण संवाददाता, यमुनानगर : स्वास्थ्य विभाग में सीधे एसएमओ की भर्ती पर रोक लगाने, स्पेशलिस्ट कैडर बनाने व पीजी पोलिसी में संशोधन की मांग को लेकर डाक्टरों ने मोर्चा खोल दिया है। हरियाणा सिविल मेडिकल सर्विसिस एसोसिएशन के बैनर तले डाक्टर 13 दिसंबर को हड़ताल पर रहेंगे। इससे स्वास्थ्य सेवाएं बिगड़ सकती है। हालांकि जिले में हड़ताल के दौरान केवल ओपीडी बंद रहेगी, लेकिन पोस्टमार्टम, लेबर रुम व आपातकालीन सेवाओं को जारी रखा जाएगा। यदि मांगें नहीं मानी गई, तो 14 दिसंबर से सभी पूर्ण रुप से हड़ताल रहेगी। जिला कार्यकारिणी की ओर से इस संबंध में सभी विधायकों को ज्ञापन भी दिए जा चुके हैं। इस दौरान एसोसिएशन के उपप्रधान डा. संदीप सिंह, डा. सपना कांबोज, सचिव डा. गोल्डी सयाल, ट्रेजरार डा. कविद्र भी मौजूद रहे।

एसोसिएशन के जिला प्रधान डा. विपिन गोंदवाल ने बताया कि डाक्टर लंबे समय से इन मांगों को लेकर सरकार से उम्मीद लगाए हुए हैं। इस बारे में बैठक को लेकर भी विभाग के आलाधिकारियों ने कोई संज्ञान नहीं लिया है। जिससे डाक्टरों में काफी नाराजगी है। उन्होंने बताया कि इस समय अस्पतालों में डाक्टरों की काफी कमी है। इसलिए ही विशेषज्ञ डाक्टरों का अलग से कैडर बनाने की मांग है। जिससे कमी को दूर किया जा सके। मरीजों के हित के लिए यह मांग डाक्टर कर रहे हैं। जब तक अस्पताल में पर्याप्त डाक्टर नहीं होंगे। मरीज को बेहतर इलाज नहीं मिल सकता। इसी तरह से बड़ी संख्या में डाक्टर ऐसे हैं, जिनकी सर्विस 15 से 20 वर्ष की हो चुकी है। वह एसएमओ के पद पर प्रमोशन का इंतजार कर रहे हैं। इसके अलावा पीजी पोलिसी में संशोधन की मांग है। इसमें 40 प्रतिशत का आरक्षण दिया जाए। इससे प्रदेश को लाभ होगा। डाक्टर पीजी करने के बाद स्वास्थ्य विभाग में कार्यरत रहेगा। इन मांगों के पूरा होने से डाक्टरों के साथ-साथ मरीजों को भी लाभ मिलेगा।

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