पाबंदी के बावजूद गंगा दशहरे पर उमड़ी लोगों की भीड़, पुलिस ने दुकाने हटवाई

प्रशासन की रोक के बावजूद गंगा दशहरे के अवसर पर यमुना नदी के गुमथलला में भ्लोगों का मजमा लगा रहा।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 21 Jun 2021 07:35 AM (IST) Updated:Mon, 21 Jun 2021 07:35 AM (IST)
पाबंदी के बावजूद गंगा दशहरे पर उमड़ी लोगों की भीड़, पुलिस ने दुकाने हटवाई
पाबंदी के बावजूद गंगा दशहरे पर उमड़ी लोगों की भीड़, पुलिस ने दुकाने हटवाई

संवाद सहयोगी, रादौर: प्रशासन की रोक के बावजूद गंगा दशहरे के अवसर पर यमुना नदी के गुमथला घाट पर श्रद्धालुओं का तांता लग गया। सुबह से ही श्रद्धालु यमुना नदी के घाट पर जुटना शुरू हो गए। लोगों की भीड़ को देखते हुए दुकानदारों ने भी मौके का फायदा उठाने का प्रयास किया और सड़क किनारे अपनी दुकानें सजा दी। जिससे धीरे-धीरे लोगों की भीड़ ने मेले का रूप ले लिया। सूचना मिलने पर पुलिस प्रशासन हरकत में आया और मौके पर पहुंचे पुलिस कर्मचारियों ने भीड़ को नियंत्रित करने का प्रयास किया, लेकिन तब तक श्रद्धालु काफी संख्या में मौके पर पहुंच चुके थे। इस दौरान कोविड नियमों पूरी तरह से धराशाही होते दिखाई दिए। लोगों ने न केवल यमुना नदी में डुबकी लगाई बल्कि यमुना किनारे पूजा पाठ भी किया। यहां तक की श्रद्धालुओं के लिए भंडारे का आयोजन भी किया गया। व्यवस्था पर हावी रही श्रद्धालुओं की आस्था

प्रशासन की ओर से सुबह के समय श्रद्धालुओं को रोकने के लिए किसी प्रकार की कोई व्यवस्था नहीं की गई थी। जिस कारण धीरे-धीरे यमुना नदी के घाट पर लोगों की भीड़ जुटती चली गई। हालांकि बाद में पुलिस कर्मचारियों ने दौड़-धूप कर भीड़ को कम करने का प्रयास किया, लेकिन कोई खास सफलता पुलिस कर्मचारियों को नहीं मिली। दुकानदारों को भी वहां से दुकान हटाने के निर्देश दिए गए, दुकानदारों ने कुछ ही दूरी पर जाकर दोबारा से दुकानें सजा ली। जिस कारण प्रशासन लोगों की आस्था के आगे बेबस दिखाई दिया। स्वामी महेशाश्रम ने बताया गंगा दशहरे का महत्व

शंकराचार्य स्वामी महेशाश्रम महाराज ने गंगा दशहरे का महत्व बताते हुए कहा कि गंगा दशहरा के दिन गंगा में एक डुबकी लगाने से पतित पावनी मां गंगा सभी पापों से मुक्त कर देती है। यह पर्व प्रत्येक वर्ष ज्येष्ठ माह में शुक्ल पक्ष की दशमी को मनाया जाता है।

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