डेंगू के डंक ने बढ़ाया खतरा, दो दिन में मिले आठ और नए मरीज

मौसम में आ रहे बदलाव के बीच डेंगू ने स्वास्थ्य विभाग की चिता बढ़ा दी है। लगातार डेंगू के मरीज बढ़ रहे हैं। दो दिन में आठ नए मरीज मिल चुके हैं। इस समय 19 सक्रिय डेंगू के केस हो चुके हैं।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 27 Sep 2021 06:12 AM (IST) Updated:Mon, 27 Sep 2021 06:12 AM (IST)
डेंगू के डंक ने बढ़ाया खतरा, दो दिन में मिले आठ और नए मरीज
डेंगू के डंक ने बढ़ाया खतरा, दो दिन में मिले आठ और नए मरीज

जागरण संवाददाता, यमुनानगर : मौसम में आ रहे बदलाव के बीच डेंगू ने स्वास्थ्य विभाग की चिता बढ़ा दी है। लगातार डेंगू के मरीज बढ़ रहे हैं। दो दिन में आठ नए मरीज मिल चुके हैं। इस समय 19 सक्रिय डेंगू के केस हो चुके हैं। स्वास्थ्य विभाग ने संदिग्ध मरीजों के सैंपल लेने शुरू कर दिए हैं। फागिग, एंटी लारवा स्प्रे व सोर्स रिडक्शन की गतिविधि कराई जा रही है। जिससे डेंगू को फैलने से रोका जा सके। अभी करीब 20 सैंपलों की रिपोर्ट भी लंबित है। गत वर्ष जिले में 42 मरीज डेंगू के मिले थे।

फिलहाल कोरोना काबू में है, लेकिन डेंगू की दहशत बनी हुई है। लगातार बढ़ रहे डेंगू के मरीजों की वजह से स्वास्थ्य विभाग को कसरत करनी पड़ रही है। अलग-अलग क्षेत्रों में डेंगू के मरीज मिल रहे हैं। सरकारी रिकार्ड में फिलहाल 19 मरीज डेंगू के हैं, लेकिन निजी अस्पतालों में भी इस बीमारी से ग्रसित काफी मरीज दाखिल हैं। जहां भी डेंगू के मरीज मिल रहे हैं, वहीं पर स्वास्थ्य विभाग की टीमें जाकर सैंपलिग कर रही हैं।

इन क्षेत्रों में मिल चुके मरीज

नरेंद्रनगर, गांधीनगर, सेक्टर 17, शंकरपुरी कालोनी, बूड़िया गेट, ससौली, दुर्गा गार्डन, विजय नगर, गुलाबनगर, गांव सुल्तानपुर, पंजेटो, भंगेडी व मेघूवाला में डेंगू के मरीज मिल चुके हैं। इन मरीजों का फिलहाल इलाज चल रहा है। परिवार के अन्य लोगों के भी सैंपल स्वास्थ्य विभाग ने लिए हैं। यह है बचाव व लक्षण

डेंगू का मच्छर साफ पानी में पनपता है। इसलिए जरूरी है कि अपने आसपास सफाई रखें। कूलर, फ्रिज व पानी की टंकी को चेक करते रहे। सप्ताह में एक बार इन स्थानों की सफाई करें। इस मौसम में पूरी बाजू के कपड़े पहनें। मच्छरों से बचाव रखें। घर में मच्छरों से बचाव के लिए क्वाइल जलाकर रखे। डेंगू का टेस्ट सरकारी अस्पतालों में पूरी तरह मुफ्त

सिविल सर्जन डा. विजय दहिया ने बताया कि डेंगू का टेस्ट व इलाज सरकारी अस्पतालों में पूरी तरह से मुफ्त है। यदि मरीज को प्लेटलेटस की जरूरत है, तो इसके लिए भी व्यवस्था की गई है। यदि किसी में संदिग्ध लक्षण है, तो वह तुरंत नजदीकी अस्पताल में आकर जांच कराए।

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