निजी अस्पतालों में डेंगू के मरीजों की भीड़, स्वास्थ्य विभाग के रिकार्ड में महज 35 केस

जिले में लगातार डेंगू का डंक तेज होता जा रहा है। निजी अस्पतालों में इस समय डेंगू व वायरल के अधिक मरीज पहुंच रहे हैं जबकि स्वास्थ्य विभाग के रिकार्ड में अभी तक 35 मरीज ही आए हैं। स्वास्थ्य विभाग की सुस्ती के चलते लोगों में डेंगू को लेकर दहशत फैली हुई है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 06 Oct 2021 06:26 AM (IST) Updated:Wed, 06 Oct 2021 06:26 AM (IST)
निजी अस्पतालों में डेंगू के मरीजों की भीड़, स्वास्थ्य विभाग के रिकार्ड में महज 35 केस
निजी अस्पतालों में डेंगू के मरीजों की भीड़, स्वास्थ्य विभाग के रिकार्ड में महज 35 केस

जागरण संवाददाता, यमुनानगर :

जिले में लगातार डेंगू का डंक तेज होता जा रहा है। निजी अस्पतालों में इस समय डेंगू व वायरल के अधिक मरीज पहुंच रहे हैं, जबकि स्वास्थ्य विभाग के रिकार्ड में अभी तक 35 मरीज ही आए हैं। स्वास्थ्य विभाग की सुस्ती के चलते लोगों में डेंगू को लेकर दहशत फैली हुई है। वायरल होने पर कई चिकित्सक भी तुरंत डेंगू का टेस्ट कराने के लिए भेज देते हैं। जिससे निजी लैब संचालकों की भी बल्ले-बल्ले हो रही है। हालांकि निजी लैब के टेस्ट को स्वास्थ्य विभाग नहीं मान रहा है। इस बारे में जिला निगरानी अधिकारी डा. वागीश गुटैन से बात करने के लिए काल की गई, लेकिन उन्होंने काल रिसीव नहीं की। शहर में 20 बड़े प्राइवेट अस्पताल हैं। सभी अस्पतालों में इस समय वायरल व डेंगू के ही अधिक मरीज पहुंच रहे हैं। सरकारी अस्पतालों में बेड खाली नहीं है। हालात ऐसे हो गए है कि प्राइवेट अस्पतालों में भी बेड की दिक्कत आने लगी है। मरीजों की प्लेटलेट्स डाउन हो रही है। जिस पर उन्हें भर्ती होना पड़ रहा है। अभी कुछ दिन पहले शिक्षा मंत्री कंवरपाल गुर्जर को भी डेंगू हुआ था। वह कई दिन तक पंचकूला के निजी अस्पताल में दाखिल हुए थे। कन्हैया चौक स्थित अस्पताल में पहुंचे राजकुमार शर्मा ने बताया कि उनकी बेटी को कई दिन से बुखार है। टेस्ट कराए। जिसमें डेंगू की पुष्टि हुई। प्लेटलेट्स भी लगातार गिर रही है। जिस वजह से अब यहां अस्पताल में लेकर आए हैं। इसी तरह से कई अन्य मरीज भी डेंगू को लेकर आए हुए थे। रादौर के धनपत सैनी ने बताया कई दिन से बुखार है। बदन में भी काफी दर्द है। पहले कस्बे के डाक्टर से दवाई ली। जब आराम नहीं तो अब शहर में आना पड़ा। अब टेस्ट करवाए हैं। उनके पड़ोस भी कई लोग बीमार है। नहीं हो रही फोगिग :

पिछले दिनों डीसी ने स्वास्थ्य विभाग, नगर निगम व पंचायत विभाग के अधिकारियों की बैठक ली थी। जिसमें टीमें बनाकर शहर व गांवों में फोगिग कराने के निर्देश दिए गए थे। इसके बावजूद कही पर फोगिग नहीं हुई। गांवों में भी फोगिग के लिए कोई टीम नहीं पहुंची। चमरोडी गांव में डेंगू के मिले तीन मरीज :

गांव चमरोड़ी में डेंगू के तीन मरीज मिले हैं। जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम गांव में पहुंची और घर घर जाकर जांच की। जिसके तहत गमलों, पानी की टैंकी व कूलर में डेंगू के लारवा की जांच की गई। टीम को सर्च अभियान के दौरान डेंगू मच्छर का कोई लारवा नहीं मिला। टीम के सदस्यों ने रूके पानी में तेल डाला और लोगों से भी एहतियात बरतने की अपील की। रादौर एसएमओ डा. विजय परमार ने बताया कि गांव चमरोड़ी की दो महिलाओं व एक व्यक्ति के डेंगू पाजिटिव होने की जानकारी मिली है। यह मरीज निजी अस्पताल में दाखिल हैं। नोटिस देकर की जा रही खानापूर्ति :

स्वास्थ्य विभाग की टीमें लगातार घरों का भी सर्वे करने का दावा कर रही है। घरों में गमलों, कूलरों व फ्रिज के पीछे जमा पानी में लारवा का मच्छर पनपता है। तीन बार सर्वे हो चुका है। 3517 लोगों को नोटिस भी दिए गए हैं। इसके बावजूद डेंगू लगातार पैर पसार रहा है। यह हैं लक्षण व बचाव :

डाक्टर लोकेश गर्ग का कहना है कि डेंगू फैलाने वाला मच्छर दिन में काटता है। इसमें पहले रोगी को बुखार आता है, फिर प्लेटलेट कम होने लगती है। इसमे लापरवाही नहीं बरतनी चाहिए। लापरवाही बरतने पर मरीज की मौत तक हो सकती है। इससे बचाव के लिए बच्चों को व स्वयं भी पूरी बाजू वाली शर्ट पहने, घरों में या बाहर गमलों के भीतर बारिश का पानी एकत्र न होने दें। हफ्ते में एक बार कूलर व फ्रिज के पीछे जरूर सफाई करें। यह स्थिति मलेरिया व डेंगू के केसों को :

वर्ष - केस - मलेरिया 2016 -508 - 65 2017 -266 - 70 2018 -97 - 42 2019 - 21 - 51 2020 - 03 - 42 2021 - 04 - 35

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