मौसम में आई ठंडक से कम हुआ डेंगू का प्रकोप, अस्पतालों में घटे मरीज

मौसम में आए बदलाव ने डेंगू का प्रकोप कम कर दिया है। पहले जहां निजी से लेकर सरकारी अस्पतालों में मरीजों की भीड़ लगी रहती थी। वहीं अब यह हालात सामान्य हैं। अक्टूबर माह में डेंगू की दहशत खूब फैली। जिले में कई सालों के रिकार्ड टूट गए। हालात यह रहे कि निजी अस्पतालों तक में बेडों की किल्लत हो गई थी।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 14 Nov 2021 10:51 PM (IST) Updated:Sun, 14 Nov 2021 10:51 PM (IST)
मौसम में आई ठंडक से कम हुआ डेंगू का प्रकोप, अस्पतालों में घटे मरीज
मौसम में आई ठंडक से कम हुआ डेंगू का प्रकोप, अस्पतालों में घटे मरीज

जागरण संवाददाता, यमुनानगर :

मौसम में आए बदलाव ने डेंगू का प्रकोप कम कर दिया है। पहले जहां निजी से लेकर सरकारी अस्पतालों में मरीजों की भीड़ लगी रहती थी। वहीं अब यह हालात सामान्य हैं। अक्टूबर माह में डेंगू की दहशत खूब फैली। जिले में कई सालों के रिकार्ड टूट गए। हालात यह रहे कि निजी अस्पतालों तक में बेडों की किल्लत हो गई थी। कई अस्पतालों में बेड के बराबर में पड़ी बेंच पर भी मरीजों को लिटाना पड़ा था, तो कुछ अस्पतालों में मरीजों में बेड फुल होने पर मरीजों को वापस भेज दिया गया। अब ऐसा नहीं है। नवंबर माह में मौसम में ठंडक आ गई है। इससे अब डेंगू के केस भी अधिक नहीं आ रहे हैं। अस्पतालों में भी हालात सामान्य है। दैनिक जागरण टीम ने अस्पतालों में जाकर पता किया, तो कही पर कोई किल्लत फिलहाल नहीं थी। यही वजह है कि अधिकतर निजी अस्पतालों में रविवार को फिजिशियन भी छुट्टी पर थे। दो दिन से सरकारी रिकार्ड में भी डेंगू का नया मरीज नहीं आया है। जेपी अस्पताल :

जेपी अस्पताल में डेंगू के कुछ मरीज दाखिल हैं, लेकिन स्थिति गंभीर नहीं है। यहां पर तैनात चिकित्सक ने बताया कि पहले बेड की कमी पड़ गई थी। हमारे यहां पर बेड के पास तीमारदारों के बैठने वाली बेंचों पर भी मरीजों को लिटाना पड़ा था, क्योंकि रोजाना डेंगू व वायरल के मरीज आ रहे थे। अब स्थिति बिल्कुल ठीक है। डेंगू के मरीज भी कम आ रहे हैं। स्वामी विवेकानंद अस्पताल :

स्वामी विवेकानंद अस्पताल में भी डेंगू व वायरल के मरीज हैं। रविवार होने की वजह से फिजिशियन भी छुट़्टी भी थे। अस्पताल स्टाफ ने बताया कि अब मौसम में बदलाव आ चुका है। इसलिए अब डेंगू का खतरा टल गया है। मरीज भी कम आ रहे हैं। पिछले माह काफी मरीज आए थे। सैनी अस्पताल रादौर :

रादौर के सैनी अस्पताल में भी अब स्थिति ठीक है। डाक्टर जसविद्र सैनी ने बताया कि अब डेंगू के मरीज कम आ रहे हैं। इस समय मौसम में बदलाव की वजह से वायरल के मरीज आ रहे हैं। पिछले महीने काफी मरीज आए थे। मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए बेड भी कम पड़ गए थे, लेकिन अब स्थिति बिल्कुल ठीक है। संतोष अस्पताल :

संतोष अस्पताल में भी डेंगू के अधिक मरीज नहीं थे। हालांकि अन्य बीमारियों के मरीज आए हुए थे। डा. लोकेश गर्ग ने बताया कि मौसम में ठंडक आ गई है। इस मौसम में डेंगू का मच्छर मर जाता है। हालांकि इस मौसम में वायरल का खतरा रहता है। अक्टूबर माह में डेंगू के अधिक मरीज आए थे। जिसके लिए अस्पताल में अतिरिक्त व्यवस्था करनी पड़ी थी। डेंगू में अधिक खतरा उन मरीजों को रहता है, जो पहले से कोमोर्बिड हैं। जिन्हें शुगर, बीपी या कोई अन्य बीमारी है। ऐसे में डेंगू होने से मरीज की हालत और अधिक बिगड़ जाती है।

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