स्ट्रीट लाइटों के मामले में फिर तारीख : अब ढाई माह में काम पूरा न हुआ तो एजेंसी ब्लैक लिस्ट

आठ वार्डों में स्ट्रीट लाइटों के लगाने के काम पूरा नहीं हो सका है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 16 Jun 2021 07:18 AM (IST) Updated:Wed, 16 Jun 2021 07:18 AM (IST)
स्ट्रीट लाइटों के मामले में फिर तारीख : अब ढाई माह में काम पूरा न हुआ तो एजेंसी ब्लैक लिस्ट
स्ट्रीट लाइटों के मामले में फिर तारीख : अब ढाई माह में काम पूरा न हुआ तो एजेंसी ब्लैक लिस्ट

जागरण संवाददाता, यमुनानगर : आठ वार्डों में स्ट्रीट लाइटों के लगाने के काम पूरा नहीं हो पाया। मंगलवार को विधानसभा की पीटिशन कमेटी के समक्ष मामले की सुनवाई हुई। अधिकारियों ने काम पूरा न होने कारण कोविड-19 बताया। उनके मुताबिक कोरोना से बचाव के लिए लगे लाकडाउन के कारण प्री-डिस्पैच इंस्पेक्शन नहीं हो पाई। जिसके चलते स्ट्रीट लाइटें लगाने का काम पूरा नहीं हो पाया। पीटिशन कमेटी के अध्यक्ष व विधायक घनश्याम दास अरोड़ा ने सुनवाई करते हुए स्पष्ट किया कि ढाई माह में यदि सभी वार्डों में काम पूरा न हुआ तो एजेंसी का ब्लैकलिस्ट होना तय है। इसके अलावा अधिकारियों को एक माह बाद स्टेट्स रिपोर्ट पेश करने के लिए कहा गया। पहले भी दो बार दिया जा चुका समय

29 दिसंबर को हुई सुनवाई के दौरान एजेंसी को पीटिशन कमेटी ने 15 दिन का समय दिया था। लेकिन इस अवधि में काम पूरा नहीं हुआ। उसके बाद 24 फरवरी को सुनवाई हुई। इस दौरान भी काम जल्द पूरा किए जाने के निर्देश दिए गए। विधानसभा की पीटिशन कमेटी की ओर से निगरानी के लिए तीन सदस्यी टीम का गठन किया गया। इसमें सीनियर डिप्टी मेयर प्रवीण कुमार, पूर्व सीनियर डिप्टी मेयर पवन बिट्टू व गिरीश पुरी शामिल हैं। यह टीम भी दो बार अधिकारियों व ठेकेदार की बैठक ले चुकी हैं। कंपनी को बकायदा पर्याप्त गारंटी देनी होगी

कमेटी के निर्णय के मुताबिक प्री-डिस्पेच इंस्पेक्शन के बाद ही लाइटों की डिलीवरी हो सकेगी। कंपनी को बकायदा पर्याप्त गारंटी देनी होगी। इसके लिए नगर निगम के अधिकारी कंपनी में जाकर इंस्पेक्शन करेंगे। लेकिन लाकडाउन के कारण नहीं कर पाए। उधर, एजेंसी ने काम बंद कर दिया। गत दिनों एजेंसी को नोटिस देकर काम शुरू कराया गया। आठ वार्डों में 8100 लाइटें लगाई जानी हैं जिनमें से अभी तक करीब तीन हजार लाइटें ही लग पाई। पांच हजार लाइटें लगाने का काम अभी अधर में है। यह है मामला

मार्च-2020 में नगर निगम के वार्ड नंबर-दो, छह, आठ, नौ, 10, 15, 19, 21 में स्ट्रीट लाइट लगाए जाने की प्रक्रिया शुरू हुई। हर वार्ड में करीब एक हजार स्ट्रीट लाइटें लगाई जानी हैं। ठेकेदार ने लाइट लगाने का काम शुरू ही किया था कि निगरानी कमेटी के सदस्यों व पार्षदों ने लाइटों की गुणवत्ता और टेंडर प्रक्रिया पर सवाल उठा दिए और काम रुकवा दिया गया। इसकी शिकायत कमिश्नर, मेयर व विधायक को गई। सीनियर डिप्टी मेयर प्रवीण कुमार व पूर्व सीनियर डिप्टी मेयर पवन कुमार ने संबंधित शिकायत विधानसभा की पिटीशन कमेटी को दी थी। निगम अधिकारियों की रिपोर्ट के मुताबिक कोविड के कारण लाइटें लगाने का काम पूरा नहीं हो पाया। अब एजेंसी को ढाई माह का समय दिया गया है। यदि इस अवधि में काम पूरा नहीं हुआ तो कंपनी को ब्लैक लिस्ट किया जाएगा। जिन अधिकारियों की लापरवाही सामने आएगी, उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी।

घनश्याम दास अरोड़ा, अध्यक्ष, विधानसभा, पीटिशन कमेटी।

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