गांवों के सर्वे में नेटवर्क की बाधा, कनेक्टिविटी न होने से अपलोड नहीं हो रहा डाटा
स्वास्थ्य विभाग की ओर से गांवों में संक्रमण रोकने व संक्रमितों की पहचान की जा रही है।
रविद्र सैनी, रादौर : स्वास्थ्य विभाग की ओर से गांवों में संक्रमण रोकने व संक्रमितों की पहचान के लिए चलाया जा रहा सर्वे तकनीकी समस्या के चलते गड़बड़ा रहा है। ग्रामीण सामान्य स्वास्थ्य जांच कार्यक्रम के तहत सर्वे में लगी आशाओं को मोबाइल के माध्यम से एप में पूरा डाटा अपलोड करना है, लेकिन गांवों में कनेक्टिविटी की दिक्कत होने से डाटा अपलोड नहीं हो रहा है। जिस वजह से सर्वे पूरा करने में दिक्कत आ रही है। हालांकि मैनुअल भी रिपोर्ट तैयार की जा रही है।
स्वास्थ्य विभाग ने दो दिन पहले गांवों में सर्वे कराने के लिए आशा, आंगनबाड़ी, ग्राम पंचायत से महिला सदस्य व शिक्षकों की टीम तैयार की है। जिले में 460 टीमें इसके लिए तैयार की गई है। यह टीमें हर गांव में जाकर सर्वे करेंगी। जिसके माध्यम से लोगों के स्वास्थ्य से संबंधित जानकारी जुटाई जाएगी। घर में किस सदस्य को क्या बीमारी है। बुखार है या फिर अन्य कोई बीमारी है। पूरा डाटा एकत्र किया जाएगा। इसका उद्देश्य यही है कि कोरोना महामारी को फैलने से रोका जा सके, क्योंकि इस समय कोरोना गांवों तक पहुंच चुका है। गांवों में लोग सैंपल कराने से भी पीछे हट रहे हैं। वह निजी चिकित्सकों से ही दवाईयां ले रहे हैं। ऐसे में वह कोरोना के वाहक भी बन रहे हैं।
आशाओं को दिए गए स्मार्ट फोन
स्वास्थ्य विभाग की ओर से आशा वर्करों को स्मार्ट फोन दिए गए हैं। इनमें सर्वेक्षण एप डाउनलोड कराया है। यह एप सीधा पंचकूला मुख्यालय से कनेक्ट है। इसमें ही उन्हें सर्वेक्षण की पूरी जानकारी भरनी है। अधिकतर गांवों में कनेक्टिविटी की दिक्कत आ रही है। जिस वजह से एप नहीं चल रहा है। कोरोना की दूसरी लहर में शुरू हुए सर्वेक्षण कार्य में इसका पहली बार उपयोग किया जा रहा है। कई जगहों पर एप न चलने की समस्या आ रही है, तो कई जगहों पर नेटवर्क की कमी आड़े आ रही है। जिस वजह से वर्करों पर वर्कलोड बढ़ रहा है। ऐसे में उन्हें मैनुअली डाटा जुटाना पड़ रहा है, फिर उसे एप पर अपलोड करना पड़ रहा है।
कुछ गांवों में नेटवर्क की समस्या है
डिप्टी सिविल सर्जन व एसएमओ रादौर डा. विजय परमार का कहना है कि यह मामला जानकारी में आया है। कुछ गांवों में नेटवर्क की समस्या है। जहां एप के संचालन में दिक्कत आई है। इस बारे में हेड ऑफिस में संपर्क किया गया है। कोशिश है कि जल्द ही इस समस्या का समाधान निकाला जाए।