मेयर से मिले डेयरी संचालक, शिफ्टिंग के लिए मांगा अतिरिक्त समय

नगर निगम वार्ड नंबर 21 के विभिन्न डेयरी संचालक शुक्रवार को पार्षद अभिषेक मोदगिल के साथ मेयर मदन चौहान से मिले। डेयरी संचालकों को निगम की ओर से एक सप्ताह में डेयरी कांप्लेक्स में शिफ्ट होने के नोटिस भेजे गए थे। डेयरी संचालकों ने मेयर से मिलकर शिफ्ट होने के लिए डेयरी कांप्लेक्स में प्लाट दिलाने व अतिरिक्त समय देने की मांग की। जिसपर मेयर मदन चौहान ने उन्हें जल्द से जल्द प्लाटों का इंतजाम कर शिफ्ट होने के निर्देश दिए।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 25 Sep 2021 06:25 AM (IST) Updated:Sat, 25 Sep 2021 06:25 AM (IST)
मेयर से मिले डेयरी संचालक, शिफ्टिंग के लिए मांगा अतिरिक्त समय
मेयर से मिले डेयरी संचालक, शिफ्टिंग के लिए मांगा अतिरिक्त समय

जागरण संवाददाता, यमुनानगर : नगर निगम वार्ड नंबर 21 के विभिन्न डेयरी संचालक शुक्रवार को पार्षद अभिषेक मोदगिल के साथ मेयर मदन चौहान से मिले। डेयरी संचालकों को निगम की ओर से एक सप्ताह में डेयरी कांप्लेक्स में शिफ्ट होने के नोटिस भेजे गए थे। डेयरी संचालकों ने मेयर से मिलकर शिफ्ट होने के लिए डेयरी कांप्लेक्स में प्लाट दिलाने व अतिरिक्त समय देने की मांग की। जिसपर मेयर मदन चौहान ने उन्हें जल्द से जल्द प्लाटों का इंतजाम कर शिफ्ट होने के निर्देश दिए। इस दौरान नालियों में गोबर डालने व सफाई का विशेष ध्यान रखने के भी निर्देश दिए।

डेयरी संचालक सुरेश राणा, लक्ष्मण, मंशाराम, बलराम, सुभाष शर्मा, अनिल कुमार, शंकर आदि ने बताया कि उनके पास दो दिन पहले निगम की ओर से एक सप्ताह के भीतर डेयरियां शिफ्ट करने के नोटिस आए। नोटिस में जहां डेयरी कांप्लेक्स में शिफ्ट होने के लिए एक सप्ताह का समय दिया गया। वहीं, पशुओं को खुला न छोड़ने, नालियों में गोबर न डालने, गंदगी न फैलाने से संबंधित आदेश जारी किए गए है। उन्होंने बताया कि उन्हें अभी तक डेयरी कांप्लेक्स में प्लाट नहीं मिले है। जिसके चलते वे वहां पर शिफ्ट नहीं हो पा रहे है। इस पर मेयर मदन चौहान ने उन्हें शिफ्ट होने के लिए कुछ दिन का समय दिया। साथ ही उन्हें निर्देश देते हुए कहा कि शहर के बीच डेयरी होने से शहरवासियों को दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। डेयरियों से गोबर नालियों में जाने से वे जाम हो जाती है और सड़कों पर जलभराव होता है। इसके अलावा मक्खी मच्छर पनपते हैं। जो बीमारी का कारण बनते है। उन्होंने डेयरी संचालकों को निर्देश दिए कि वे डेयरियों से गोबर नालियों में न बहाएं और गंदगी न फैलने दे। इसके अलावा अपने पशुओं को खुला न छोड़े।

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