नशे के अवैध कारोबार पर लगाएंगे अंकुश, जन समस्याएं न सुनने वालों पर होगी कार्रवाई : रजत गुलिया

कोरोना महामारी से निपटने के लिए लॉकडाउन लगाया गया है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 17 May 2021 07:55 AM (IST) Updated:Mon, 17 May 2021 07:55 AM (IST)
नशे के अवैध कारोबार पर लगाएंगे अंकुश, जन समस्याएं न सुनने वालों पर होगी कार्रवाई : रजत गुलिया
नशे के अवैध कारोबार पर लगाएंगे अंकुश, जन समस्याएं न सुनने वालों पर होगी कार्रवाई : रजत गुलिया

कोरोना महामारी से निपटने के लिए लॉकडाउन लगाया गया है। नियमों को सख्ती से लागू करने के लिए पुलिस की जिम्मेदारी और अधिक बढ़ जाती है। गुमथला- जठलाना खनन क्षेत्र में आए दिन शिकायतें आती हैं लेकिन कार्रवाई न करने को लेकर पुलिस प्रशासन भी आरोप- प्रत्यारोप का दौर चलता है। क्षेत्र में स्मैक की बिक्री काफी बढ़ रही है। ऐसे में लॉ एंड ऑर्डर मेंटेन रहें और लॉकडाउन के नियमों का पालन सख्ती से हो, इसके लिए पुलिस प्रशासन अपनी जिम्मेदारी को किस प्रकार निभा रहा है। क्षेत्र में कानून व्यवस्था व अन्य मुद्दों को लेकर संवाद सहयोगी रविद्र सैनी ने डीएसपी रजत गुलिया से बातचीत की। सवाल: लॉकडाउन के नियमों का पालन सख्ती से हो इसके लिए क्या प्रयास किए जा रहे हैं? जवाब: लॉकडाउन के नियमों का पालन हो इसके लिए क्षेत्र में पुलिस गश्त बढ़ाई गई है। मास्क न पहनने वाले व नियमों का पालन न कर रहे लोगों के चालान किए जा रहे है। अंतर जिला सीमाओं पर भी नाकेबंदी कर आने जाने वालों पर विशेष निगरानी रखी जा रही है। सवाल: ओवरलोड को लेकर पुलिस के पास शिकायतें आती है। वहीं जनता छोटी छोटी शिकायतों को लेकर भी थाने में पहुंचती है। पुलिस पर मिलीभगत से कार्य करने व रिश्वत लेने के आरोप भी लगते हैं। जवाब: सरकारी नंबर 88180-02536 हर समय खुला रहता है। कभी भी कोई भी अपनी समस्या को लेकर उनसे संपर्क कर सकता है। कोई पुलिस कर्मचारी शिकायत पर सुनवाई नहीं करता या फिर रिश्वत मांगता है तो इसके लिए कोई भी उनसे संपर्क कर सकता है। तुरंत कार्रवाई होगी। सवाल: जठलाना-गुमथला खनन क्षेत्र है। अवैध माइनिग की शिकायतें लोग करते है तो पुलिस का जवाब होता है कि इस पर कार्रवाई उनके अधीन नहीं है। जवाब: ऐसा कतई नहीं है। जो भी कार्रवाई उनके अधीन होती है तुरंत उस पर एक्शन लिया जाता है। उनके चार्ज संभालने के बाद अवैध माइनिग के 50 से अधिक केस दर्ज हो चुके हैं। सवाल: ढाबों व रेस्टोरेंट में सरेआम शराब परोसी जाती है। नियमों का उल्लंघन होता है। इस पर पाबंदी के लिए क्या कदम उठाएं गएं है ।

जवाब : फिलहाल तो लॉकडाउन लगा हुआ है। ऐसे में किसी को भी दुकानें खोलने की इजाजत नहीं है। इसके अलावा नियमित तौर पर ढाबा संचालकों व रेस्टोरेंट संचालकों को सख्त निर्देश जारी किए गए है। अगर कोई नियमों का उल्लंघन करता है तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। सवाल: स्मैक की बिक्री से संबंधित शिकायतें काफी अधिक आ रही है। नशे का कारोबार भी क्षेत्र में काफी फलफूल रहा है। जवाब: उनका प्रयास है कि क्षेत्र से नशे के कारोबार को जड़ से समाप्त किया जाएं। इसके लिए कर्मचारियों की विशेष ड्यूटी लगाई गई है। तीन मामले भी नारकोटिक्स सैल की मदद से दर्ज किए जा चुके है। सवाल: अधिकतर मामले पंचायतों में ही निपट जाए इसके लिए पुलिस क्या प्रयास कर रही है जवाब: थानो में आने वाले अधिकांश मामले मामूली कहासुनी व झगड़ों के होते है। इसके अलावा अधिकतर मामले जमीनी विवाद के होते है। इस प्रकार के मामलों का निपटान अगर पंचायतो में हो जाएं तो इससे भाईचारा बना रहता है। सवाल: उनके अधीन आने वाला क्षेत्र पूरे प्रदेश में विशेष पहचान बनाए इसके लिए उनका क्या प्रयास रहेगा। जवाब: लॉकडाउन के नियमों का पालन उनके क्षेत्र का प्रत्येक व्यक्ति करे इसके लिए ही वह प्रयासरत है। लॉकडाउन के बाद उनकी एक विशेष अभियान चलाने की योजना है जिसमें वह यातायात नियमों के प्रति लोगों को जागरूक करेंगे। क्योंकि जागरूकता के अभाव में ही अधिकांश दुर्घटनाएं होती है। नाबालिग वाहन न चलाएं इसको लेकर अभिभावकों को भी जागरूक किया जाएगा। सवाल: ओवरलोड पर अंकुश लगे इसको लेकर पुलिस की क्या भूमिका रही है? जबवा : ओवरलोड पर अंकुश लगाने के लिए समय समय पर जांच अभियान चलाया जा रहा है। ओवरलोड वाहन चालकों पर केस भी दर्ज किए गए हैं।

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